भारत में स्वतंत्रता दिवस सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि बलिदान, संघर्ष और एकता का प्रतीक है. 15 अगस्त 1947 को मिली आज़ादी हमें हर साल यह याद दिलाती है कि यह स्वतंत्रता बड़ी कुर्बानियों के बाद हासिल हुई थी.

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साल 2025 का स्वतंत्रता दिवस खास इसलिए है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार 12वीं बार लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराएंगे और देश को संबोधित करेंगे. यह उपलब्धि उन्हें आजादी के बाद से सबसे ज्यादा बार झंडा फहराने वाले प्रधानमंत्रियों की सूची में शीर्ष पायदान के करीब पहुंचा देगी.।✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर (उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी)

पीएम मोदी का रिकॉर्ड तोड़ सफर

लाल किले से स्वतंत्रता दिवस पर दिया जाने वाला भाषण प्रधानमंत्री के लिए देश की जनता तक सीधा संदेश पहुंचाने का सबसे अहम मौका होता है. इसमें वे सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हैं, नई नीतियों और योजनाओं का ऐलान करते हैं और देश के मौजूदा मुद्दों पर बात करते हैं. पिछले साल 2024 में पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 10 बार का रिकॉर्ड तोड़कर 11वीं बार झंडा फहराया था. इस साल 12वीं बार तिरंगा लहराकर वे इस उपलब्धि को और आगे बढ़ा देंगे.

नेहरू और इंदिरा गांधी के रिकॉर्ड

लाल किले से सबसे ज्यादा बार तिरंगा फहराने का रिकॉर्ड पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाम है. उन्होंने अपने कार्यकाल में 17 बार यह सम्मान पाया. दूसरे नंबर पर उनकी पुत्री और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी हैं, जिन्होंने 16 बार तिरंगा लहराया. पीएम मोदी इस मामले में अब तीसरे स्थान पर हैं और नेहरू-इंदिरा के रिकॉर्ड की ओर तेज़ी से बढ़ रहे हैं.

अन्य प्रधानमंत्रियों का प्रदर्शन

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने 10 साल के कार्यकाल में 10 बार लाल किले से तिरंगा फहराया और इस मामले में चौथे स्थान पर हैं. अटल बिहारी वाजपेयी पांचवें नंबर पर आते हैं, जबकि पी.वी. नरसिम्हा राव और राजीव गांधी ने भी अपने-अपने कार्यकाल में कई बार झंडा फहराने और देश को संबोधित करने का गौरव प्राप्त किया.


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