आसिम मुनीर की धमकी पर विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तान के आर्मी चीफ के अमेरिकी दौरे के दौरान दिए गए बयान पर हमारा ध्यान गया. परमाणु धमकी देना पाकिस्तान की पुरानी आदत है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान के इस तरह के गैरजिम्मेदाराना बयान पर गौर कर निष्कर्ष निकाल सकता है. पाकिस्तान ना सिर्फ क्षेत्रीय सुरक्षा बल्कि वैश्विक सुरक्षा के लिए भी खतरा है.✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर (उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी)


पाकिस्तान के फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने अमेरिका की धरती से भारत को लेकर भड़काऊ बयानबाजी की है। पहले भारत को मर्सिडीज कार और खुद की तुलना डंप ट्रक से करने के बाद पाकिस्तान ने खुद को पूरी दुनिया के लिए परमाणु खतरा बताते हुए आगाह किया है कि अगर हमारे ऊपर अस्तित्व का खतरा होता है तो हम आधी दुनिया को अपने साथ ले डूबेंगे।
भारत सरकार ने कहा कि यह भी खेदजनक है कि इस तरह के बयान एक मैत्रीपूर्ण राष्ट्र की जमीं से दिए गए. भारत पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि वह न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग को बर्दाश्त नहीं करेगा. हम हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएंगे.
इससे पहले भारत सरकार से जुड़े सरकारी सूत्रों ने सिम मुनीर के न्यूक्लियर धमकी से जुड़े बयान को बेहद गैरजिम्मेदाराना बताते हुए इसे खारिज कर दिया था. सरकार का कहना है कि इस तरह के बयानों से पाकिस्तान क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा को जोखिम में डाल रहा है. इससे दुनिया को पाकिस्तान के परमाणु क्षमताओं को लेकर चिंतित होना चाहिए.
भारत सरकार ने कहा कि पाकिस्तानी आर्मी चीफ का बयान उस पैटर्न का हिस्सा है, जहां वह बेफिजूल बातें करता है. जब भी अमेरिका, पाकिस्तानी सेना की मदद करता है तो वह अपने असली रंग दिखा देता है. यह इस बात का संकेत है कि पाकिस्तान में लोकतंत्र नहीं है, वहां पर सेना ही सबकुछ कंट्रोल करती है. पाकिस्तान जैसे नॉन स्टेट एक्टर के हाथों में परमाणु हथियार होना बेहद खतरनाक है.
आसिम मुनीर ने क्या कहा था?
पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने अमेरिका की धरती से भारत के खिलाफ परमाणु धमकी देते हुए कहा था कि अगर इस्लामाबाद को भारत से अस्तित्व का खतरा महसूस हुआ, तो वह आधी दुनिया को अपने साथ ले डूबेगा.
अमेरिका के टैम्पा में आयोजित डिनर में पहुंचे मुनीर ने कहा, हम एक परमाणु संपन्न राष्ट्र हैं. अगर हमें लगा कि हम डूब रहे हैं, तो आधी दुनिया को अपने साथ ले डूबेंगे.
थलसेना, वायुसेना या नौसेना, परमाणु क्षमता में कौन, कहां?
रक्षा मामलों से जुड़े अमेरिकी संस्थान सेंटर फॉर आर्म्स कंट्रोल एंड नॉन प्रॉलिफरेशन (armscontrolcenter.org) के मुताबिक, पाकिस्तान ने अपने पहले परमाणु हथियार का परीक्षण 1998 में किया था। तब से लेकर अब तक उसने 5 से 12 किलोटन के परमाणु हथियार से लेकर 40 किलोटन तक के हथियार बना लिए हैं। जहां भारत की नीति ‘नो फर्स्ट यूज’ यानी पहले परमाणु हथियार इस्तेमाल न करने की है, वहीं पाकिस्तान ऐसी किसी नीति को नहीं मानता, खासकर भारत के खिलाफ।
इस संस्था के मुताबिक, पाकिस्तान के पास मुख्यतः जमीन से मार करने वाले परमाणु हथियारों की संख्या सबसे ज्यादा है। भारत के खिलाफ उसके पास 100 से ज्यादा छोटी से मध्यम रेंज तक मार करने वाली बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें हैं। उसके पास छह तरह की 100 से ज्यादा ऐसी मिसाइल हैं, जो पांच से 40 किलोटन तक परमाणु वॉरहेड ले जाने में सक्षम हैं। इन मिसाइलों में छोटी रेंज की अब्दाली, गजनवी, शाहीन-1 और नस्र मिसाइलें शामिल हैं। इसके अलावा उसकी पास मध्यम रेंज की शाहीन-2 और गोरी मिसाइल मौजूद हैं। इसके अलावा वह शाहीन-3 को विकसित कर रहा है, जिसकी रेंज 2750 किमी तक हो सकती है, जो कि भारत को कहीं भी निशाना बना सकती है।
मुनीर ने भारत के साथ चार दिनों के संघर्ष के बाद दो महीनों में अपनी दूसरी अमेरिकी यात्रा के दौरान सिंधु नदी के नियंत्रण को लेकर भारत पर भी निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि हम भारत के बांध बनाने का इंतजार करेंगे और जब वह ऐसा करेगा, तो हम इसे दस मिसाइलों से नष्ट कर देंगे. सिंधु नदी किसी भारतीय परिवार की जागीर नहीं है. हमारे पास मिसाइलों की कोई कमी नहीं है.
बता दें कि मुनीर फिलहाल अमेरिका के आधिकारिक दौरे पर है. वह अमेरिकी सेना के जनरल और यूनाइटेड स्टेट्स सेंट्रल कमांड (CENTCOM) के कमांडर माइकल कुरिला के विदाई समारोह में हिस्सा लेने वॉशिंगटन गए हैं. कुरिला ने अपने कार्यकाल में आतंकवाद से निपटने के लिए पाकिस्तान को एक बेहतरीन साझेदार बताया था.

