
रनों के आधार पर यह भारत की विदेशी धरती पर सबसे बड़ी जीत है. इस जीत के साथ अब दोनों टीमें सीरीज में 1-1 की बराबरी पर आ गई हैं. तीसरा टेस्ट मैच 10 जुलाई से लॉर्ड्स में खेला जाएगा. भारत के 3 क्रिकेटर्स ऐसे रहे, जो अगर इस मैच में नहीं होते तो बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया यह टेस्ट मैच हार जाती. आइए एक नजर डालते हैं इन 3 खिलाड़ियों पर-


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट
1. शुभमन गिल
कप्तान बनते ही शुभमन गिल का अंदाज ही बदल गया है. पूरी दुनिया को 25 साल के इस टैलेंटेड बल्लेबाज ने ऐसा खूंखार रूप दिखाया है, जो किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था. शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम टेस्ट में कुल 430 रन बनाए और भारत की जीत की नींव रखी. शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम टेस्ट की पहली पारी में 269 रन बनाए थे. शुभमन गिल ने इसके अलावा दूसरी पारी में भी 161 रन ठोक दिए. शुभमन गिल को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया. अगर शुभमन गिल की दोनों पारियों को हटा दिया जाए तो इंग्लैंड के खिलाफ भारत यह टेस्ट मैच बुरी तरह हार जाता.
2. आकाशदीप
किसी टेस्ट मैच में बल्लेबाज चाहे 1000 रन ही क्यों न बना दें, लेकिन जीत तो गेंदबाज ही दिलाते हैं. भारत के टैलेंटेड तेज गेंदबाज आकाशदीप ने कुछ ऐसा ही कमाल कर दिखाया है. आकाशदीप ने बर्मिंघम टेस्ट मैच में इंग्लैंड के बल्लेबाजों की धज्जियां उड़ाकर रख दी. आकाशदीप ने बर्मिंघम टेस्ट मैच में 10 विकेट लेकर भारत को 58 साल में पहली बार इस मैदान पर ऐतिहासिक जीत दिलाई. आकाशदीप ने इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम टेस्ट की पहली पारी में 4 विकेट झटके और दूसरी पारी में 6 विकेट चटकाए थे. आकाशदीप अगर दोनों पारियों में विकेट नहीं निकालते तो इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम के मैदान पर भारत का यह टेस्ट मैच जीतना मुमकिन नहीं होता. इंग्लैंड के खिलाफ भारत यह टेस्ट मैच बुरी तरह हार जाता.
3. रवींद्र जडेजा
इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम के मैदान पर भारत को जीत दिलाने में ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा का बहुत बड़ा रोल रहा है. रवींद्र जडेजा ने इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम टेस्ट की पहली पारी में 89 रन बनाए थे. रवींद्र जडेजा ने इसके अलावा दूसरी पारी में भी 69 रन ठोक दिए. रवींद्र जडेजा ने इस मैच में कुल 158 रन बनाए और 1 विकेट भी झटका. रवींद्र जडेजा ने भारत की पहली पारी के दौरान कप्तान शुभमन गिल के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए 203 रन की अहम पार्टनरशिप की थी. रवींद्र जडेजा और शुभमन गिल के दम पर ही भारत ने पहली पारी में 587 रन बोर्ड पर लगाए थे. रवींद्र जडेजा ने भारत की दूसरी पारी के दौरान भी कप्तान शुभमन गिल के साथ पांचवें विकेट के लिए 175 रन जोड़े थे, जिससे टीम इंडिया ने इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 608 रन का टारगेट रखा था. अगर रवींद्र जडेजा के प्रदर्शन को हटा दिया जाए तो इंग्लैंड के खिलाफ भारत यह टेस्ट मैच बुरी तरह हार जाता.

