इजरायल ने ईरान के इस्फहान परमाणु स्थल और मिसाइल कार्यक्रम पर पर बड़ा हमला किया है। इसके साथ ही इजरायली सुरक्षा बलों (आईडीएफ) ने ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (IRGC) की कुस फोर्स में फिलिस्तीनी डिवीजन के प्रमुख सईद इज़ादी को मार गिराया है।

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आईडीएफ ने कहा कि इजादी को ईरानी शहर क़ुम में एक अपार्टमेंट पर इज़रायली हमले में मार गिराया गया है। इज़राइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज़ ने इसकी पुष्टि की है।

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट

कौन था सईद इजादी

इजराइल काट्ज़ ने कहा कि इज़ादी ने ‘7 अक्तूबर 2023 को इजरायल में नरसंहार से पहले हमास को धन और हथियार मुहैया कराया था।’ उन्होंने कहा, ‘यह इज़रायली खुफिया एजेंसी और वायुसेना के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह मारे गए इजरायली लोगों और बंधकों के लिए न्याय है। इज़रायल की लंबी बांह उसके सभी दुश्मनों तक पहुंचेगी।’

काट्ज ने किया ये दावा

काट्ज़ ने इस वर्ष की शुरुआत में एक खुफिया दस्तावेज़ उजागर किया था, जिसमें यह दावा किया गया था कि जून 2021 में हमास के तत्कालीन नेता यह्या सिनवार और मोहम्मद देइफ ने ईरान की कुद्स फोर्स के प्रमुख इस्माइल क़ानी को एक पत्र भेजा था, जिसमें इज़रायल पर हमले की योजना के लिए समर्थन मांगा गया था। यह योजना अंततः 7 अक्टूबर 2023 को अमल में लाई गई। काट्ज़ ने कहा, ‘इस दस्तावेज़ में हमास के नेता ईरानी कुद्स फोर्स के कमांडर से इज़राइल को नष्ट करने के लिए 50 करोड़ डॉलर की मदद की मांग कर रहे हैं।’

इजादी ने स्वीकार कर लिया था इजरायल की बर्बादी का अनुरोध

काट्ज ने बताया कि इज़ादी ने इस अनुरोध को स्वीकार करते हुए जवाब दिया था कि ईरान, भले ही आर्थिक संकट और जनता की कठिनाइयों से जूझ रहा हो, फिर भी हमास को धन देता रहेगा क्योंकि इज़राइल और अमेरिका के खिलाफ संघर्ष ईरानी शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

इस्फहान परमाणु केंद्र पर हमले के बाद क्या बोला ईरान

इजरायल ने ईरान के प्रमुख इस्फहान परमाणु केंद्र पर जबरदस्त हमला किया है। ईरान ने इस हमले की बात को स्वीकार किया है। हालांकि ईरान ने कहा कि इससे कोई खतरनाक रिसाव नहीं हुआ। ईरानी समाचार एजेंसी फ़ार्स ने रिपोर्ट दी है कि इस्फहान स्थित ईरान के परमाणु स्थल को इज़रायल ने निशाना बनाया, लेकिन वहां कोई खतरनाक पदार्थ का रिसाव नहीं हुआ है। इस्फहान में आज सुबह धमाकों की खबरें सामने आईं, हालांकि इज़रायली सेना (IDF) की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है। ईरान का कहना है कि यह परमाणु केंद्र मौजूदा संघर्ष के दौरान पहले भी इज़राइल के हमलों का निशाना बन चुका है।

गोलन हाइट्स में ईरानी ड्रोन को मार गिराया गया

इज़रायली रक्षा बलों (IDF) ने कहा कि उन्होंने हाल ही में गोलन हाइट्स एक ईरानी ड्रोन को मार गिराया है। IDF ने कहा, ‘इज़रायली सेना देश पर किसी भी खतरे को समाप्त करने के लिए कार्रवाई जारी रखेगी।’

इस्तांबुल में अरब लीग के साथ ईरान की बैठक

हमलों के बीच ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची शनिवार को अरब लीग के साथ बैठक के लिए इस्तांबुल पहुंचे। वे यहां इस सप्ताहांत इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे। तस्नीम समाचार एजेंसी के अनुसार, यह बैठक ईरान-इज़रायल संघर्ष पर चर्चा के लिए बुलाई गई है। बैठक में लगभग 40 देशों के राजनयिक भाग लेंगे। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने जिनेवा में ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के अपने समकक्षों से मुलाकात की थी। अराघची ने कहा, ‘इस बैठक में हमारे देश पर ज़ायोनिस्ट शासन (इज़राइल) के हमले के मुद्दे को विशेष रूप से उठाया जाएगा।’ (


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