
रिपोर्टों के अनुसार, मलबे में लगभग 40 लोग फंसे हुए हैं। यह हमला उस समय हुआ जब इजरायल की कैबिनेट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तुत गाजा युद्धविराम योजना पर मतदान के लिए एकत्रित हुई थी। हमले की पुष्टि करते हुए, हमास द्वारा संचालित सुरक्षा एजेंसी ने बताया कि मलबे से अब तक चार शव निकाले गए हैं। अल-शिफा अस्पताल के प्रमुख ने यह भी कहा कि पिछले 24 घंटों में इजरायली हमलों में 30 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है।

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी
IDF का बयान
इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने इस हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि उनका लक्ष्य हमास के उन आतंकवादियों को निशाना बनाना था जो इजरायली सैनिकों के लिए खतरा उत्पन्न कर रहे थे। IDF के एक बयान में कहा गया है कि उन्होंने एक सक्रिय हमास समूह को निशाना बनाया जो उनके जवानों की सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बन चुका था।
स्थानीय नागरिक सुरक्षा एजेंसी का बयान
स्थानीय नागरिक सुरक्षा एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि गाजा सिटी के सबरा क्षेत्र में हवाई हमले से ढही इमारत के मलबे में अब भी 40 से अधिक लोग फंसे हुए हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हो सकते हैं। राहत कार्य जारी है, लेकिन स्थिति अत्यंत संवेदनशील बनी हुई है।
ट्रंप का संघर्षविराम समझौता
इस हमले के कुछ घंटे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की थी कि इजरायल और हमास के बीच संघर्षविराम के पहले चरण पर सहमति बन गई है। ट्रंप ने इसे एक ऐतिहासिक कदम बताया, जो दो वर्षों से चल रहे युद्ध को समाप्त करने में सहायक होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जैसे ही इजरायली सरकार इस योजना को मंजूरी देती है, युद्ध तुरंत समाप्त हो जाएगा। इस समझौते के तहत, हमास सभी बंधकों को रिहा करेगा और इजरायल अपनी सेना को एक निश्चित सीमा तक पीछे हटाएगा। यह पहल ट्रंप की ’20-सूत्रीय शांति योजना’ का पहला चरण है।
नेतन्याहू का समर्थन
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने राष्ट्रपति ट्रंप की योजना को कूटनीतिक सफलता बताते हुए समर्थन दिया है। उन्होंने इसे इजरायल की राष्ट्रीय और नैतिक जीत करार दिया। नेतन्याहू ने कहा कि यह समझौता इजरायल के लिए न केवल एक रणनीतिक उपलब्धि है, बल्कि यह हमारे मूल्यों और सिद्धांतों की भी जीत है।
युद्धविराम की चुनौतियाँ
जहां एक ओर युद्धविराम के प्रयास तेज हो रहे हैं, वहीं गाजा में हो रहे हमलों और जानमाल के नुकसान ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। मलबे में फंसे लोगों की जान बचाने की कोशिशें जारी हैं, लेकिन इस हमले ने संघर्षविराम योजना की दिशा में आशंका के बादल भी घेर दिए हैं।


