
इससे साफ है कि इजराइल बिना अमेरिका के ईरान से टकराने जा रहा है. इससे अरब में हालात बिगड़ सकते हैं. अब अमेरिका के रूख पर सबकुछ निर्भर करता है. वैसे भी बेंजामिन ने अमेरिका के बिना युद्ध लड़ने का फरमान जारी किया है.


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह
ट्रंप को लग रहा है कि शायद अभी भी ईरान से परमाणु करार पर बात बन जाए. शायद छठे दौर की वार्ता में कुछ सुलह दिखने लगे, लेकिन बेंजामिन नेतन्याहू को वार्ता के पहले दिन से लेकर अभी तक तस्वीर साफ थी कि कुछ नहीं होने वाला. ईरान करार के लिए नहीं मानने वाला है.
इसलिए इजराइल ने अपने एयरबेस वॉर रेडी किए हुए थे. फाइटर जेट हमले के लिए तैयार थे और मिसाइल बेस भी अलर्ट मोड पर थे क्योंकि कभी भी अमेरिका से ईरान के एटमी ठिकानों पर हमले का फरमान मिल सकता है, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया. अब इसके पीछे अमेरिका की क्या मजबूरी है. इस पर इजराइल कुछ नहीं बोल रहा है. हां बेंजामिन नेतन्याहू ने तस्वीर साफ करर दी है.
बिना अमेरिका के इजराइल युद्ध कैसे लड़ेगा?
इजराइल की वायुसेना ईरान पर सीधे हमले के लिए तैयार है. इसके लिए वो अमेरिका की सहायता नहीं ले रहा है. एक तरीके से बेंजामिन नेतन्याहू ने हमले का फरमान जारी कर दिया है, जिससे ईरान में कोहराम मच गया है. इजराइल के प्रधानमंत्री ने अरब में प्रॉक्सी गुटों और उसके सरपरस्त ईरान के खिलाफ युद्ध को बुराई पर अच्छाई का युद्ध बताया है.
अब सवाल उठ रहा है कि बिना अमेरिका के इजराइल युद्ध कैसे लड़ेगा क्योकि ट्रंप अभी भी ईरान के साथ वार्ता में शांति का मौका ढूंढ रहे हैं, जबकि बेंजामन नेतन्याहू ने गाजा और लेबनान-यमन में हमले करके बता दिया है कि वो युद्ध के लिए कितने उतावले हैं. यानी इस बार आर-पार की जंग से आसार बन चुके हैं.
प्रॉक्सी गुटों को पूरी तरह खत्म करने का प्लान
हांलाकि इस ये अमेरिका का गेम प्लान भी हो सकता है कि वो बाहर से ईरान के वार्ता का ड्रामा करता रहे और पीछे से इजराइल को सपोर्ट देकर ईरान के तमाम सैन्य ठिकाने और एटमी सेंटर तबाह कर दे. इन हमलों के बीच में ईरान में तख्तापलट कराकर अपने हित वाली सरकार बनवा सके, लेकिन ये इतना आसान नहीं है.
दरअसल, ईरान भी अमेरिका के हाथ से निकल चुका है इसलिए अब बेंजामिन ने कमान संभाली है और ईरान को पूरी तरह मिट्टी में मिलाकर ही दम लेंगे यानी एक तरफ ईरान पर हमला किया जा सकता है. दूसरी तरफ उसके प्रॉक्सी गुटों पर हमला करने पूरी तरह सफाया करने का प्लान है. वैसे भी गाजा और वेस्टबैंक में रोज ट्रेलर सामने आ रहे हैं. सोचिए, जब प्रॉक्सी गुटों पर इतने ताबड़तोड़ हमले हो रहे हैं, तो ईरान पर हमला हुआ तो कितना विध्वंस मच सकता है, जबकि ईरान ने ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3.0 करने की धमकी दे डाली है.
