
रुद्रपुर। सनातन श्रीरामलीला पत्र परिषद द्वारा आयोजित पारंपरिक रामलीला मंचन में रविवार को केवट सम्मेलन, श्रीराम के वियोग में राजा दशरथ का मरण, भरत-कैकयी वार्ता एवं राम-भरत मिलाप जैसे प्रसंगों का जीवंत मंचन किया गया।

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण केवट सम्मेलन रहा, जिसमें केवट समाज के लोग भगवान श्रीराम को शिप्रा नदी पार कराने का प्रसंग बड़े ही भावपूर्ण अंदाज़ में प्रस्तुत करते हैं। मंचन के दौरान जब भरत श्रीराम से मिलकर प्रणाम करते हैं और प्रभु राम उन्हें गले से लगा लेते हैं, तो पंडाल में मौजूद दर्शकों की आंखें नम हो गईं। दोनों भाइयों का यह मिलन दृश्य इतना सजीव था कि हर कोई भाव-विभोर हो उठा।
रामलीला मंचन में स्थानीय कलाकारों ने अद्भुत प्रस्तुति दी। हारमोनियम पर संगत मनोज सक्सेना ने की, जबकि राम स्तुति गान अर्जुन बत्रा एवं अनुराग बत्रा ने प्रस्तुत किया। मंच संचालन संतोष अग्रवाल ने किया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य रूप से रामलीला कमेटी के डायरेक्टर वीरेंद्र रावत, अध्यक्ष राजेश गुप्ता, उपाध्यक्ष भगवानदास गुप्ता, महामंत्री मनोज श्रीवास्तव, विशेष आमंत्रित सदस्य मनोज वाधवा तथा संरक्षक दिनेश अग्रवाल, ईश्वर चंद्र अग्रवाल एवं रमेश सिंघल मौजूद रहे।


