महिला सशक्तिकरण की ओर एक सशक्त कदम: यूकोस्ट की भूमिका से ‘लखपति दीदी योजना’ को मिल रही नई उड़ान

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रुद्रपुर/देहरादून – उत्तराखंड सरकार द्वारा मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में शुरू की गई ‘लखपति दीदी योजना’ प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल बनती जा रही है। इस योजना की सफलता में उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकोस्ट) की अहम भूमिका सामने आई है, जिसने 12 अप्रैल से 14 अप्रैल 2025 तक तीन दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम का आयोजन कर महिलाओं को स्वावलंबन की राह दिखाई।

शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)संवाददाता

देहरादून में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में रुद्रपुर नगर निगम के अंतर्गत कार्यरत कई स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को निर्मला संस्था के माध्यम से भागीदारी का अवसर मिला। इनमें नारी शक्ति, फुलवारी, दुर्गा शक्ति और रूपमाला स्वयं सहायता समूह प्रमुख रहे।

यूकोस्ट के महानिदेशक प्रोफेसर दुर्गेश पंत ने उद्घाटन सत्र के दौरान प्रतिभागी महिलाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “यह कार्यक्रम केवल प्रशिक्षण नहीं बल्कि एक सामाजिक परिवर्तन की शुरुआत है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना उत्तराखंड के समग्र विकास का आधार बनेगा।” उन्होंने कार्यक्रम की सफलता के लिए यूकोस्ट की ओर से हर संभव सहयोग का भरोसा भी दिलाया।

रुद्रपुर की महिलाएं बनीं प्रेरणा की मिसाल

रुद्रपुर से चयनित स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने इस कार्यक्रम में न केवल भागीदारी की बल्कि मास्टर ट्रेनर बनकर अन्य महिलाओं को भी प्रशिक्षित किया। नारी शक्ति समूह की रेनू शर्मा, नीलू वर्मा और प्राची ने जहां नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन किया, वहीं फुलवारी समूह की रंजना सक्सेना, ज्योति सिंहा और प्रतिमा सिंह ने उद्यमिता के क्षेत्र में अपना अनुभव साझा किया।

दुर्गा शक्ति समूह की संगीता राणा और रूपमाला समूह की रूपमाला, सपना, किरण, सुमन, संसार देवी और ललिता जैसी महिलाएं हल्द्वानी क्षेत्र से जुड़कर प्रेरणादायक कार्य कर रही हैं। इन्होंने देहरादून में मास्टर ट्रेनर की भूमिका निभाते हुए प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के गुर सिखाए।

महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ठोस प्रयास

लखपति दीदी योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की महिलाओं को ₹1 लाख सालाना आय वाली उद्यमी बनाना है। इसके अंतर्गत महिलाओं को व्यवसाय, प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता और विपणन की सुविधा प्रदान की जा रही है। यूकोस्ट का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम इसी दिशा में एक ठोस कदम है, जिससे महिलाओं को तकनीकी और व्यवसायिक दक्षता हासिल हो रही है।

नवाचार और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ता उत्तराखंड

श्रीमती रेनू,

यह कार्यक्रम न केवल महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहन दे रहा है, बल्कि उत्तराखंड को नवाचार और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे भी ले जा रहा है। महिलाओं की भागीदारी से स्पष्ट है कि यदि उन्हें उचित अवसर और संसाधन मिलें तो वे न केवल अपने परिवार को बल्कि समाज और राज्य को भी मजबूत बना सकती हैं।



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