रुद्रपुर, 31 जुलाई 2025 — उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जनपद में संपन्न त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के तहत आज घोषित जिला पंचायत चुनाव परिणामों में कई नई और प्रभावशाली महिला उम्मीदवारों ने बाजी मारी। शिमला पिस्तौर के प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र संख्या 11 और नारायणपुर के प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र संख्या 10 से घोषित नतीजों में ममता जल्होत्रा और नेहा ने अपने-अपने प्रतिद्वंद्वियों को मात देते हुए जीत हासिल की।
✅ शिमला पिस्तौर से ममता जल्होत्रा की निर्णायक जीत
विकासखंड रुद्रपुर के अंतर्गत आने वाले शिमला पिस्तौर क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य पद के लिए ममता जल्होत्रा ने अंगूठी चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ा और कुल 1651 विधिमान्य मतों के साथ विजयी घोषित हुईं। दूसरे स्थान पर रहे प्रत्याशी को मात्र 449 वोट मिले।


- मतदान स्थलवार मुख्य आँकड़े:
- मतदान स्थल 48: 357 वोट
- मतदान स्थल 49: 452 वोट
- अन्य मतदान स्थल: कुल मिलाकर कुल योग 1651
- विधिमान्य मतों की कुल संख्या: 2184
- रद्द मतों की संख्या: 107
- कुल डाले गए मत: 2291
नारायणपुर से नेहा की जीत, ‘अंगूठी’ फिर साबित हुआ सौभाग्यशाली चुनाव चिन्ह
नारायणपुर से नेहा ने ‘अंगूठी’ चिन्ह पर चुनाव लड़ते हुए कुल 498 विधिमान्य मत प्राप्त किए और अन्य सभी उम्मीदवारों को पीछे छोड़ दिया। इस सीट पर कई मजबूत प्रत्याशी मैदान में थे, लेकिन नेहा ने मतदाताओं के विश्वास के बल पर यह जीत दर्ज की।
- प्रमुख प्रतिद्वंद्वी व मत विवरण:
- चांदनी कुमारी (अनार): 447 वोट
- उपा कुमारी (ईंट): 452 वोट
- शक्ति (कटहल): 246 वोट
- सुषमा (कढ़ाही): 342 वोट
- विधिमान्य मतों की कुल संख्या: 1774
- रद्द मतों की संख्या: 89
- कुल डाले गए मत: 1863
महिलाओं की भागीदारी ने रच दिया नया इतिहास
इस पंचायत चुनाव में महिलाओं की निर्णायक भागीदारी और जीत से यह स्पष्ट हो गया है कि ग्रामीण राजनीति में महिलाओं का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। ममता जल्होत्रा और नेहा जैसे युवा चेहरों की जीत यह संकेत देती है कि जनता अब पारदर्शिता और समर्पण को प्राथमिकता देने लगी है।
निर्वाचन अधिकारियों ने दी पुष्टि
निर्वाचन अधिकारी द्वारा हस्ताक्षरित और अधिकृत परिणाम विवरणियों में दोनों विजयी उम्मीदवारों की पुष्टि की गई। मतगणना प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई और सभी मतदान स्थलों से प्राप्त आंकड़ों का पारदर्शिता के साथ मिलान किया गया।
विशेष उल्लेख:शिमला पिस्तौर और नारायणपुर दोनों ही क्षेत्र महिलाओं के नेतृत्व को समर्थन देने के मामले में आगे निकलते दिखे। यह रुझान उत्तराखंड के ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण की दिशा में सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।

