उत्तराखंड के धराली क्षेत्र में भयंकर तबाही, चंद सेकंड में बहे कई घर, जनजीवन अस्त-व्यस्त

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संवाददाता रिपोर्ट
उत्तराखंड केउत्तरकाशी जनपद के धराली क्षेत्र में सोमवार देर रात आई भीषण आपदा ने तबाही मचा दी। क्षेत्र में अचानक आई जल प्रलय जैसी स्थिति ने दर्जनों परिवारों को संकट में डाल दिया। स्थानीय लोगों के अनुसार, यह आपदा इतनी तेज और अचानक थी कि कई घर, गौशालाएं और फसलें महज चंद सेकंड में मलबे के साथ बह गईं।

मुख्य बिंदु:,देर रात करीब 2:30 बजे बादल फटने जैसी स्थिति।धराली क्षेत्र में ,15से अधिक मकान पूरी तरह जमींदोज।कई लोग मलबे में दबे होने की आशंका, रेस्क्यू जारी।नंदा नदी और आसपास के गधेरों में उफान।बिजली और संचार सेवाएं ठप, सड़क संपर्क टूटा।

स्थानीय प्रशासन अलर्ट पर, SDRF तैनात,आपदा की सूचना मिलते ही थराली प्रशासन और एसडीआरएफ (SDRF) की टीमें मौके पर रवाना हुईं। मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकालने का प्रयास जारी है। चमोली जिले के जिलाधिकारी ने आपात बैठक कर राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए हैं।

स्थानीय प्रत्यक्षदर्शी बोले – “ऐसा मंजर पहले कभी नहीं देखा”

रात को तेज गर्जना और पानी की आवाज सुनकर नींद खुली, जब तक कुछ समझ पाते तब तक घर का आधा हिस्सा बह चुका था। चारों ओर चीख-पुकार मच गई।”

पर्यटन पर भी असर, होटल और लॉज प्रभावित

धराली और थराली क्षेत्र के कई छोटे होटल, होमस्टे और पर्यटन से जुड़े ढांचे भी इस आपदा से प्रभावित हुए हैं। चारधाम यात्रियों और पर्यटकों को अस्थायी रूप से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

मुख्यमंत्री धामी ने जताई चिंता, उच्च स्तरीय जांच के निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और कहा है कि पीड़ितों को हरसंभव मदद दी जाएगी। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर भेजने और प्रभावितों को तत्काल राहत देने के निर्देश दिए हैं।


जनता से अपील: अफवाहों से बचें, प्रशासन के निर्देशों का पालन करें

स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से दूर रहें, अफवाहों से बचें और केवल आधिकारिक सूचना पर भरोसा करें। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें स्थिति पर निगरानी बनाए हुए हैं।

उत्तरकाशी में भीषण आपदा: धराली गांव में बादल फटने से तबाही, 4 की मौत, 50 से अधिक लापता

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार देर रात एक भीषण प्राकृतिक आपदा ने कहर बरपाया। हर्षिल घाटी के धराली गांव में रात लगभग 2:30 बजे बादल फटने की घटना ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया। घटना में धराली बाजार और गांव का अधिकांश हिस्सा मलबे और तेज बहाव की चपेट में आ गया।

आपदा में 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि करीब 50 लोगों के लापता होने की सूचना है। अनेक मकान, दुकानें, वाहन और सार्वजनिक संपत्तियाँ पानी और मलबे के तेज बहाव में बह गईं।

आपदा प्रबंधन विभाग, एसडीआरएफ, आईटीबीपी और स्थानीय प्रशासन की टीमें राहत-बचाव कार्य में जुटी हैं। ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कुछ ही सेकंड में पानी और मलबे ने पूरे बाजार को निगल लिया। वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि कैसे पूरे क्षेत्र में हाहाकार मच गया। लोगों को भागते और चिल्लाते हुए देखा गया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि प्रभावितों को हरसंभव सहायता दी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को तुरंत मौके पर जाकर हालात का जायजा लेने और तेज राहत कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

घटना की प्रमुख बातें:

  • स्थान: धराली गांव, हर्षिल घाटी, उत्तरकाशी
  • मृतक: 4 (पुष्टि)
  • लापता: 50 से अधिक
  • नुकसान: दर्जनों मकान, दुकानें और वाहन क्षतिग्रस्त
  • सेवाएँ बाधित: बिजली, संचार और सड़कों का संपर्क टूटा

इलाके के आसपास के गांवों को भी अलर्ट पर रखा गया है और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है। बचाव कार्यों में हेलिकॉप्टर सहायता की भी संभावना जताई जा रही है।

सरकार और प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। यह खबर आगे भी अपडेट की जाती रहेगी।

यदि आप क्षेत्र में हैं, तो कृपया सुरक्षित स्थान पर रहें और प्रशासन की सलाहों का पालन करें।


[यह समाचार अपडेट जारी है, आगे की जानकारी आने पर आपको अवगत कराया जाएगा]



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