अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भले ही भारत के खिलाफ कठोर कदम उठा रहे हों, लेकिन उनकी सरकार को एक बात सता रही है। उन्हें इस बात का भी डर है कि अगर अमेरिका ने भारत के खिलाफ अधिक सख्ती दिखाई तो भारत चीन के साथ अपने रिश्तों को सुधार सकता है।


भारत ने इसके संकेत भी दे दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही चीन की दौरा करने वाले हैं।
मोदी के चीन दौरे को ध्यान में रखते हुए अमेरिकी विदेश विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने बड़ा ही संतुलित बयान दिया है। उन्होंने भारत को रणनीतिक साझेदार करार दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच ‘स्पष्ट और ईमानदार संवाद’ जारी है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रिंसिपल डिप्टी प्रवक्ता टॉमी पिगॉट ने गुरुवार को प्रेस ब्रीफिंग के दौरान ये बातें कही है।
उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति भारत के साथ व्यापार असंतुलन और रूस से तेल खरीद को लेकर अपनी चिंताओं को लेकर बहुत स्पष्ट रहे हैं। आपने देखा है कि उन्होंने इस पर सीधे कदम भी उठाए हैं।” यह बयान तब आया जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिका और भारत के संबंधों में गिरावट की आशंका है और क्या भारत चीन की ओर झुक सकता है?

