महिला के नाबालिग पुत्र को भी संरक्षण में लिया गया है। महिला बांग्लादेश में मौजूद भाई और पिता के संपर्क में थी।


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
महिला के पास से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, मोबाइल बरामद किया गया। महिला और उसके पति को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। नाबालिग को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश कर बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया है।
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल के मुताबिक, जिलेभर में लगातार सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस और एलआईयू की टीम ने रोड़ीबेलवाला में बनी झुग्गी-झोपड़ियों में सत्यापन किया। तभी एक झोपड़ी में एक महिला की भाषा स्थानीय नहीं लगने पर संदेह हुआ। सख्ती से पूछताछ करते हुए दस्तावेजों की जांच की। तब सामने आया कि महिला और उसका 15 वर्षीय पुत्र बांग्लादेशी हैं और अवैध तरीके से यहां रहे हैं। महिला ने यूपी निवासी व्यक्ति से शादी की है।
एसएसपी ने बताया कि महिला ने पूछताछ में अपना असली नाम रूबीना अख्तर निवासी मुरदपुर रोड थाना श्यामपुर मॉडल स्टेशन ढाका बांग्लादेश बताया है। रूबीना अपने पहले पति भोजलू से हुए बेटे को पांच वर्ष की उम्र में चोरी-छिपे भारत ले आई थी। भारत में रहते हुए उसने संतोष प्रसाद दुबे निवासी ग्राम बमरोली थाना बिलसंडा जिला पीलीभीत यूपी से शादी की और उससे उसकी एक तीन साल की बेटी भी है।
बताया कि संतोष ने फर्जी दस्तावेज बनवाकर रूबीना का नाम और पता भारतीय रिकॉर्ड में दर्ज करवाया। झोपड़ी की तलाशी में फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड की छायाप्रतियां और एक प्रार्थना पत्र भी मिला है। रूबीना ने भारत की नागरिकता की कोशिश के लिए प्रार्थना पत्र भी भेजे थे। मोबाइल जांच में भी पता चला कि रूबीना आईएमओ एप के जरिए अपने बांग्लादेश में मौजूद भाई और पिता से संपर्क में थी।
रूबीना को अवैध रूप से भारत में रहने और संतोष प्रसाद दुबे को फर्जी दस्तावेज तैयार करने और शरण देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। महिला अपने 15 वर्षीय बेटे को भी बांग्लादेश से लेकर आई थी। किशोर को भी संरक्षण में लिया गया है। कोतवाली प्रभारी रितेश शाह ने बताया कि दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।

