हरेला महापर्व पर जिला प्रशासन ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश, डीएम बोले – “एक पौधा मां के नाम”

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रुद्रपुर, 17 जुलाई 2025। उत्तराखंड की संस्कृति और पर्यावरण चेतना का प्रतीक पर्व हरेला इस बार जिले में खास संदेश के साथ मनाया गया। हरेला महापर्व के अवसर पर स्पोर्ट्स स्टेडियम, कलेक्ट्रेट परिसर तथा कैम्प कार्यालय में भव्य पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी, अपर जिलाधिकारी पंकज उपाध्याय, कौस्तुभ मिश्र सहित कई अधिकारियों व कर्मचारियों ने सहभागिता की।

हरेला महापर्व पर स्पोर्टस स्टेडियम, कलेक्ट्रेट व कैम्प कार्यालय परिसर में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी, अपर जिलाधिकारी पंकज उपाध्याय, कौस्तुभ मिश्र व अधिकारियों ने पौधरोपण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

हरियाली और खुशहाली का संदेश?कार्यक्रम का शुभारंभ पौधारोपण से हुआ, जिसे अधिकारियों ने एक संस्कार की तरह निभाया। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने इस अवसर पर सभी को हरेला पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व केवल प्रकृति से जुड़ने का अवसर नहीं बल्कि भावनात्मक रूप से भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा –

> “हरेला हरियाली और खुशहाली का प्रतीक है। केवल पौधा लगाना ही नहीं, उसका संरक्षण भी हमारी जिम्मेदारी है।”

‘एक पेड़ मां के नाम’ – एक संकल्प, एक अभियान

डीएम भदौरिया ने जनमानस से अपील की कि हर व्यक्ति अपनी मां के नाम एक पौधा अवश्य लगाए। उन्होंने कहा कि यह अभियान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रदेशभर में चलाया जा रहा है, जिसमें सभी सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाएं भागीदारी निभा रही हैं।

उन्होंने कहा –

>”हमारी धरती मां है, और हर पेड़ जीवनदायिनी छाया देता है। यदि पेड़ नहीं होंगे, तो जीवन संकट में पड़ेगा। इसलिए सभी को अपने घर के आसपास या कार्यालय में कम से कम एक पौधा लगाकर उसे संरक्षित करने का संकल्प लेना चाहिए।”अधिकारियों ने निभाई अगुवाई

कार्यक्रम में उपस्थित सभी अधिकारियों ने न केवल पौधारोपण किया, बल्कि अपने-अपने स्तर से इसे सतत अभियान बनाने का संकल्प भी लिया। मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी ने कहा कि हरेला पर्व हमारी सांस्कृतिक और पारिस्थितिकी चेतना का पर्व है, जिससे हमें पर्यावरण के प्रति अपने दायित्वों की याद दिलाई जाती है।

संपूर्ण जनपद में चल रहा है विशेष पौधारोपण अभियान?बताते चलें कि हरेला पर्व के अंतर्गत पूरे जनपद में सैकड़ों स्थलों पर पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। सरकारी विद्यालयों, कार्यालय परिसरों, पार्कों, अस्पतालों तथा अन्य सार्वजनिक स्थलों पर यह अभियान जारी है।

जनभागीदारी है हरेला की आत्मा

जिलाधिकारी ने अंत में कहा कि –हरेला केवल एक पर्व नहीं, जनभागीदारी का प्रतीक है। जब हर व्यक्ति प्रकृति से जुड़ने का प्रयास करेगा, तभी हम अपने आने वाले पीढ़ियों को एक हरित और सुरक्षित भविष्य दे पाएंगे।”

फोटो कैप्शन सुझाव:1. जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया पौधारोपण करते हुए।

2. मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी व अन्य अधिकारी पर्यावरण संरक्षण के संकल्प के साथ।

3. हरेला पर्व पर कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम का दृश्य।

संवाददाता,हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/ अवतार सिंह बिष्ट/उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी!


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