देहरादून में ऑपरेशन ‘कालनेमि’ की बड़ी कार्रवाई – 25 नकली साधु गिरफ्तार, एक बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल

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देहरादून, उत्तराखंड। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने “ऑपरेशन कालनेमि” के तहत 25 नकली साधुओं को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों में एक बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल है। यह अभियान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विशेष निर्देश पर चलाया गया। इसका उद्देश्य उन ठगों पर शिकंजा कसना था, जो धार्मिक स्वरूप धारण कर लोगों की भावनाओं का शोषण कर रहे थे और ठगी जैसे अपराधों में लिप्त थे।

नकली साधु, न कोई ज्ञान न दस्तावेज

पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए इन नकली साधुओं के पास न तो कोई धार्मिक या ज्योतिषीय ज्ञान था और न ही उनके पास अपनी पहचान साबित करने के लिए कोई वैध दस्तावेज थे। ये लोग विभिन्न सार्वजनिक स्थलों, मंदिर परिसरों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में खुद को साधु, तांत्रिक या ज्योतिषाचार्य बताकर भोली-भाली जनता को ठगने का काम कर रहे थे।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ये लोग लोगों को भय दिखाकर, उनके भविष्य की परेशानियां बताकर और पूजा-पाठ के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूलते थे। कई मामलों में सोना-चांदी या कीमती वस्तुएं भी हड़प ली जाती थीं।

एक बांग्लादेशी नागरिक भी गिरफ्तार

इस कार्रवाई में 26 वर्षीय रुकन राकम उर्फ शाह आलम नाम का एक बांग्लादेशी नागरिक भी गिरफ्तार हुआ है, जो ढाका जिले के तांगाइल का निवासी बताया जा रहा है। उसके खिलाफ विदेशी अधिनियम (Foreigners Act) के तहत भी केस दर्ज किया गया है। पुलिस उसके भारत में प्रवेश और यहां रहने की वैधता की भी गहन जांच कर रही है।

अन्य आरोपी कई राज्यों से

पकड़े गए अन्य आरोपी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और असम जैसे विभिन्न राज्यों से ताल्लुक रखते हैं। पुलिस इनकी पहचान और आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच में जुटी हुई है। माना जा रहा है कि इनका नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है और ये एक संगठित गिरोह की तरह काम कर रहे थे।

IPC की धारा 170 के तहत मामला दर्ज

पुलिस ने इन सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 170 के तहत मामला दर्ज किया है, जो किसी सरकारी कर्मचारी या प्राधिकृत व्यक्ति के रूप में झूठा रूप धारण करने से संबंधित है। इसके तहत कड़ी सजा का प्रावधान है।

पुलिस की जनता से अपील

देहरादून पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध साधु, तांत्रिक या धार्मिक व्यक्ति को देखकर तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में सूचना दें। पुलिस ने कहा कि ऐसे लोग न सिर्फ आम नागरिकों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, बल्कि सार्वजनिक विश्वास और सुरक्षा के लिए भी खतरा बने हुए हैं।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि “ऑपरेशन कालनेमि” भविष्य में भी लगातार जारी रहेगा ताकि ऐसे ठगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके और धार्मिक आस्था के नाम पर हो रही ठगी पर लगाम लगाई जा सके।


मुख्य बिंदु (हाइलाइट्स):

  • देहरादून में ऑपरेशन कालनेमि के तहत 25 नकली साधु गिरफ्तार
  • गिरफ्तार आरोपियों में एक बांग्लादेशी नागरिक शामिल
  • आरोपियों के पास धार्मिक या ज्योतिषीय ज्ञान नहीं, न ही वैध दस्तावेज
  • IPC की धारा 170 और विदेशी अधिनियम के तहत मामला दर्ज
  • पुलिस ने जनता से सतर्क रहने और सूचना देने की अपील की
  • ऑपरेशन कालनेमि आगे भी जारी रहेगा

यह कार्रवाई उत्तराखंड सरकार की ओर से धार्मिक आस्था की आड़ में धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ एक सख्त संदेश


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