
चार दिनों में युद्धविराम तक पहुंचने वाला यह संघर्ष भारत की सैन्य शक्ति और रणनीतिक कुशलता का प्रतीक बन गया।


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
500 किमी गहराई तक हवाई हमला: नया कीर्तिमान
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 21वीं सदी में पहली बार, भारत ने पाकिस्तानी क्षेत्र में 500 किलोमीटर गहराई तक हवाई हमला किया। भारतीय नौसेना ने इस अभियान को निरंतर समर्थन प्रदान किया। यह हमला तकनीकी दृष्टि से बेहतर था और भारत की सैन्य रणनीति में एक नया मील का पत्थर साबित हुआ।
ड्रोन अटैक: 90% से अधिक सफलता
ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पहली बार बड़े पैमाने पर ड्रोन का उपयोग किया। नागस्त्र-1 और स्काईस्ट्राइकर जैसे स्व-विनाशकारी ड्रोनों ने 90% से अधिक सफलता हासिल की। ये ड्रोन हमलावर युद्ध के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जो लक्ष्यों को सीधे नष्ट करने में सक्षम हैं। इस तकनीक ने भारत की सैन्य क्षमता को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित किया।
सबसे छोटा भारत-पाक युद्ध: चार दिन में युद्धविराम
यह पहली बार था जब भारत ने इतने कम समय-मात्र चार दिनों-में पाकिस्तान की वायुसेना को निर्णायक झटका दिया। तुलनात्मक रूप से, 1965 का युद्ध 49 दिन, 1971 का युद्ध 13 दिन, और कारगिल युद्ध 85 दिन चला था। इस दौरान भारत ने पाकिस्तान में 9 आतंकी शिविरों और 11 सैन्य ठिकानों को नष्ट किया।
24 साल बाद पंजाब में हमला
1971 के युद्ध के बाद पहली बार, भारत ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में गहराई तक हमला किया। इसमें मुरिदके, रफीकी, सियालकोट, और सुक्कुर जैसे प्रमुख सैन्य ठिकानों के साथ-साथ सरगोधा और जैकोबाबाद के सैन्य छावनियों को निशाना बनाया गया। इन हमलों ने पाकिस्तान की सैन्य तैयारियों को गंभीर नुकसान पहुंचाया।
पाकिस्तान-चीन गठजोड़ उजागर
इस संघर्ष ने पाकिस्तान और चीन के सैन्य गठजोड़ को भी उजागर किया। जहां पहली बार, पाकिस्तान ने चीनी निर्मित जे-सीरीज थंडर जेट का इस्तेमाल भारत के खिलाफ किया। इसके अलावा, चीनी रॉकेट लांचरों से गोले दागे गए, जो दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग का सबूत है।
युद्धविराम: कूटनीति की जीत
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए बर्बर आतंकी हमले, जिसमें 26 नागरिक, मुख्य रूप से हिंदू पर्यटक मारे गए, के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इसके तहत सीमा पार 9 आतंकी शिविरों को नष्ट किया गया। शनिवार शाम को भारत और पाकिस्तान ने तत्काल युद्धविराम की घोषणा की। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय दोनों देशों के बीच सीधे संवाद के माध्यम से लिया गया है।
