पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों को निशाना बनाते हुए ड्रोन और मिसाइल हमले किए. भारत ने भी त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए जवाबी कार्रवाई की. इस कार्रवाई में सबसे बड़ी सफलता भारतीय वायुसेना को मिली जब उसने पाकिस्तान का एडवांस्ड वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AWACS) विमान को पंजाब प्रांत में मार गिराया.

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AWACS विमान दुश्मन की हवाई गतिविधियों की निगरानी करने वाला एयरबोर्न सिस्टम होता है, जिसे आसमान की आंख कहा जाता है. इसमें ऊपर गोल रडार डिश लगी होती है जो 400 किलोमीटर से भी ज्यादा की दूरी तक निगरानी कर सकता है. यह प्रणाली दुश्मन के लड़ाकू विमान, ड्रोन, और मिसाइलों का पता लगाने और अपनी वायुसेना को सही दिशा निर्देश देने में मदद करती है.

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

पाकिस्तान के पास कुल 9 AWACS विमान हैं, जिनमें से Saab-2000 Erieye स्वीडन से और ZDK-03 Karakoram Eagle चीन से खरीदे गए थे. चीन वाले सिस्टम 2024 में हटाए जा चुके हैं, इसलिए माना जा रहा है कि गिराया गया विमान Saab-2000 था. यह एक मध्यम दूरी का हवाई रडार सिस्टम है जो दुश्मन के विमानों, ड्रोन और मिसाइलों का जल्दी पता लगा सकता है.

रडार रेंज: लगभग 350-400 किलोमीटर

उड़ान समय: लगभग 9 घंटे

इसमें 5-6 ऑपरेटर रहते हैं जो निगरानी और संचार करते हैं. यह हवा में रहते हुए 20-25 लक्ष्यों की निगरानी कर सकता है और अपने लड़ाकू विमानों को निर्देश दे सकता है.

ZDK-03 Karakoram Eagle (चीन से पाकिस्तान को मिला)

यह चीन द्वारा बनाया गया एक बड़ा AWACS सिस्टम है जो पाकिस्तान को मिला है. इसे Shaanxi Y-8 विमान पर आधारित किया गया है और इसमें AESR रडार लगा है.

मुख्य विशेषताएं:

रडार रेंज: लगभग 470 किलोमीटर तक

यह 360 डिग्री निगरानी कर सकता है.

यह लंबी दूरी के युद्ध के लिए बेहतर है और बड़े क्षेत्र की निगरानी कर सकता है. भारत के पास फिलहाल 5 AWACS विमान हैं, तीन Phalcon और दो Netra जो भारत की हवाई सुरक्षा को और मजबूत बनाते हैं.

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