
पाकिस्तान समर्थित आतंवादियों के इस कायराना हमले के बाद भारत शांत बैठने वालों में से नहीं है. आज पूरा भारत इस कत्लेआम पर पाकिस्तान को कठोर सबक सिखाने के लिए आतुर है. भारत में इसको लेकर हलचल तेज हो गई है. दिल्ली में एक के बाद हाईलेवल मीटिंग से पाकिस्तान को अब तक स्पष्ट हो गया होगा कि आने वाले कुछ घंटों में उसके खिलाफ कोई बड़ा एक्शन लेने की तैयारी है.


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
दरअसल, पहलगाम आतंकी हमले के बाद से दुनिया की नजर भारत पर है. दिल्ली ने अब तक जैसे-जैसे फैसले किए है और लगातार जिस तरह से बैक टू बैक उच्च स्तरीय बैठकें हो रही है, इससे साफ है कि पाकिस्तान पर खौफ का साया मंडरा रहा है. भारत के तीनों सेना फुल अलर्ट पर हैं. दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास से लेकर गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय में एक के बाद एक सिक्रेट मीटिंग हो रही है. यह साफ तौर पर पाकिस्तान की ओर बड़ी कार्रवाई के संकेत दे रहे हैं.
पीएम मोदी की ओर से सेनाओं को खुली छूट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहलगााम हमले के बादे से पूरे एक्शन मोड में हैं. उन्होंने आतंकी हमले को पूरी दुनिया को साफ तौर पर संदेश दे चुके हैं कि भारत पहलगााम आतंकी हमले के आतंकवादियों और पर्दे के पीछे साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी. साथ ही इससे पहले पुलवामा और उरी के बाद भारत के जवाबी स्ट्राइक से साफ है कि आने वाले समय में पाकिस्तान को कुछ बड़ा भुगतना पड़ सकता है.
पीएम मोदी ने मंगलवार को पहलगाम आतंकी हमले पर एक हाईलेवल मिटिंग की. इस बैठक में तीनों सेनाओं के प्रमुख, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजित डोभाल और सीडीएस अनिल चौहान शामिल थे. यह बैठक करीब 90 मिनट से ज्यादा देर तक चली. सराकारी सूत्रों के मुताबिक, यह बैठक पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में भारत द्वारा उठाए जाने वाले संभावित कदमों पर विचार किए जाने के बीच हुई.
बैठक की अध्यक्षता के दौरान पीएम मोदी ने कहा है कि आतंकवाद को करारा जवाब देना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है. उन्होंने साथ ही सेनाओं को खुली छूट दे दी है. तीनों सेनाएं जैसे चाहे, वैसे देश के दुश्मनों को जवाब दे सकती है. उन्हें इसके तरीके, लक्ष्य और समय के बारे में फैसला लेने की पूरी ‘अभियानगत छूट’ है. वहीं,सरकार के कड़े रुख के कारण भारत की ओर से करारी जवाबी कार्रवाई की उम्मीदें बढ़ गई हैं.
गृह और रक्षा मंत्रालय में भी बैक टू बैक मीटिंग
पीएम मोदी ने इस हाईलेवल मिटिंग से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ भी एक अहम बैठक की. पीएम आवास पर हुई यह बैठक 45 मिनट चली. इससे पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी तीनों सेनाओं के प्रमुख जनरल अनिल चौहान की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात हुई था. यह मुलाकात करीब आधे घंटे चली. वहीं, इन बैठकों से पहले BSF के DG दलजीत सिंह चौधरी और गृह मंत्रालय की बैठक हुई. ये बैठक करीब एक घंटे तक चली थी.
कुल मिलाकर देखें तो देखें तो पहलगाम हमले के बाद से भारत सरकार एक्शन में हैं. लगातार हो रहे बैठक में सुरक्षा स्थिति, आतंकियों के खिलाफ चल रहे ऑपरेशनों और भविष्य की रणनीति पर गहन विचार-विमर्श किया गया. इससे पाकिस्तान के अंदर बॉर्डर पर खौफ है. वहीं, आज पीएम मोदी कैबिनेट के साथ बैठक में हिस्सा लेंगे. माना जा रहा है कि इसमें पाकिस्तान के खिलाफ कई कठोर फैसले लिए जा सकते हैं. पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे.
