
पंतनगर विश्वविद्यालय में तकनीकी नवाचार की नई उड़ान, सेमीकंडक्टर स्टार्टअप्स का केंद्र बनने की ओर अग्रसर


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
पंतनगर विश्वविद्यालय के चार मेधावी छात्रों – अंजली गोस्वामी, विदुषी मित्तल, श्रेयांश और वंश अग्रवाल – ने हाल ही में एक विस्तृत तकनीकी प्रस्तुतीकरण दिया, जिसने न केवल श्रोताओं को प्रभावित किया बल्कि उच्च स्तर के नवाचार की संभावनाओं को भी रेखांकित किया। इस अवसर पर उत्तराखंड की राज्यपाल ने अपने विचार रखते हुए स्पष्ट किया कि आने वाले समय में युद्ध तकनीकी होंगे, जिनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन और गाइडेड मिसाइल की तकनीक में सेमीकंडक्टर चिप्स की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि पंतनगर निकट भविष्य में सेमीकंडक्टर स्टार्टअप्स का प्रमुख केंद्र बन सकता है।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि तकनीकी क्षेत्र में छात्र स्वयं के गुरु और शिष्य दोनों होते हैं। उन्हें केवल सीखना नहीं बल्कि दूसरों को सिखाना भी है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में तकनीकी आत्मनिर्भरता अत्यंत आवश्यक है और पंतनगर विश्वविद्यालय इसमें नेतृत्वकारी भूमिका निभा सकता है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मनमोहन सिंह चौहान ने बताया कि भारत सरकार के ‘चिप टू स्टार्टअप’ (C2S) कार्यक्रम के अंतर्गत विश्वविद्यालय को लगभग 10 करोड़ रुपये की लागत से वीएलएसआई (VLSI) लैब स्थापित करने के लिए अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। इस लैब के माध्यम से छात्रों को उच्च स्तरीय तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, जिससे वे आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर हो रहे हैं।
प्रो चौहान ने यह भी बताया कि पिछले एक वर्ष में 30 से अधिक छात्रों को इस क्षेत्र में प्रशिक्षित किया गया है, जिन्हें इंटर्नशिप के अवसर भी प्रदान किए गए। आने वाले वर्षों में प्रत्येक वर्ष 60 छात्रों को छह सप्ताह की औद्योगिक ट्रेनिंग और इंटर्नशिप दी जाएगी, जिससे उन्हें व्यावहारिक ज्ञान और अनुभव प्राप्त हो सके। यह गर्व की बात है कि इस कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण प्राप्त सभी 10 छात्रों का चयन सेमीकंडक्टर स्टार्टअप ‘नेक्स्ट्रान टेक्नोलॉजी’ में हो चुका है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन विभागाध्यक्ष और निदेशक, सेल्फ फाइनेंस कोर्स डॉ. आरपीएस गंगवार, तथा निदेशक शोध
