
प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को हटाने की भी चर्चा है।

सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय आब्जर्वरों की रिपोर्ट के आधार पर आधे से अधिक जिलाध्यक्षों की कुर्सी पर संकट मंडरा रहा है। एआईसीसी ने सितंबर महीने में प्रदेश की राजनीतिक नब्ज परखने के लिए 26 ऑब्जर्वर भेजे थे। इन ऑब्जर्वरों ने एक से 30 सितंबर तक सभी जिलों का दौरा कर 15 जिलाध्यक्षों और सात महानगर अध्यक्षों के दावेदारों पर रिपोर्ट सौंपी है।
प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस करन माहरा ने कहा कि एआईसीसी ने 15 अक्टूबर को प्रदेश के सीडब्ल्यूसी और सीईसी सदस्यों की बैठक बुलाई है। दीपावली से पहले प्रदेशभर के 20 संगठनात्मक जिलों में अध्यक्षों के नाम फाइनल कर लिए जाएंगे।
✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी
प्रदेश अध्यक्ष बदलने की भी सुगबुगाहट तेज
प्रदेश कांग्रेस में सबसे बड़ी चर्चा प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के पद को लेकर है। माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी तीनों कुमाऊं से हैं। संगठनात्मक संतुलन को पार्टी गढ़वाल से नया अध्यक्ष बनाने या गढ़वाल के किसी वरिष्ठ विधायक को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी देने पर विचार कर रही है। सूत्रों के अनुसार, पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल और प्रीतम सिंह इस दौड़ में आगे हैं।
इन्हें किया आमंत्रित
15 अक्टूबर को दिल्ली में होने वाली बैठक में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) सदस्य हरीश रावत, गणेश गोदियाल, काजी निजामुद्दीन, केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) सदस्य करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह को आमंत्रित किया गया है।


