
सिरौली कला/किच्छा, 18 जून – सिरौली कला को नगर पालिका का दर्जा मिलने के बाद राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। क्षेत्र में आयोजित एक विशाल जनसभा में पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस को मुस्लिम समाज के विकास से नहीं, बल्कि केवल उनके वोटों से मतलब है।


चार बीघा, वार्ड 18 में आयोजित जनसभा में बोलते हुए शुक्ला ने कहा, “कांग्रेस बार-बार सिरौली कला को नगर पालिका बनने से रोकने की कोशिश कर रही है। अगर यह फैसला उन्हें गलत लगता है, तो वे खुले मंच पर जनता के सामने आएं और बताएं कि इससे किसका नुकसान होगा।” उन्होंने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा लिया गया यह निर्णय पूरी तरह जनहित में है, जिससे इलाके के लोगों को प्रशासनिक सुविधा, बेहतर सड़कें, पानी, सीवर और आर्थिक संसाधनों का सीधा लाभ मिलेगा।
संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट!
उत्तराखंड प्रवक्ता: श्रमजीवी पत्रकार यूनियन
कांग्रेस पर वादाखिलाफी के आरोप
शुक्ला ने याद दिलाया कि 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सिरौली कला में इंटर कॉलेज खोलने की घोषणा की थी, जो आज तक अधूरी है। “2022 में कांग्रेस प्रत्याशी ने जनता से वादे किए, लेकिन चुनाव जीतने के बाद क्षेत्र की पूरी तरह से उपेक्षा की।” शुक्ला ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन के दौरान सिरौली कला को जानबूझकर नगर पालिका क्षेत्र से बाहर रखा गया था। “मैंने विधायक रहते इसे नगर पंचायत का दर्जा दिलवाया, लेकिन कांग्रेस ने कोर्ट में याचिका डालकर फिर रोक लगा दी।”
विकास पुरुष की छवि को मिला जनसमर्थन
जनसभा में मुस्लिम समुदाय के कई प्रमुख नेताओं ने शुक्ला का समर्थन करते हुए कांग्रेस की रणनीति को “विकास विरोधी” बताया।
कार्यक्रम संयोजक हाजी लईक ने कहा कि शुक्ला के प्रयासों से नहर कवरिंग, नई सड़कें और शहरी सुविधाओं के कार्यों को स्वीकृति मिली, जिन पर तेजी से काम चल रहा है।
पूर्व जिला अध्यक्ष गफ्फार खान ने मंच से स्वीकार किया, “2022 में मुस्लिम समाज का एक वर्ग गुमराह हो गया था। हमें यह बताया गया कि शुक्ला जी मुस्लिम विरोधी हैं, लेकिन सच्चाई इसके बिल्कुल विपरीत है। उन्होंने हर वर्ग के लिए काम किया है।”
पूर्व अल्पसंख्यक मोर्चा मंडल महामंत्री सैयद इकराम मियां ने कहा, “शुक्ला जी ने एम्स, डिग्री कॉलेज, बिजली विभाग कार्यालय, बस अड्डा, एसडीएम कोर्ट जैसे बड़े संस्थानों की नींव रखी। ये उनके दूरदर्शी और जनकल्याणकारी नेतृत्व का प्रमाण हैं।”
कांग्रेस के कोर्ट रुख पर सवाल
सभा में वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि कांग्रेस सिरौली कला के लोगों को स्वशासन और बुनियादी अधिकार मिलने से रोकना चाहती है। राजेश शुक्ला ने कहा, “अब जबकि मुख्यमंत्री ने स्वतंत्र नगर पालिका का दर्जा दे दिया है, कांग्रेस फिर कोर्ट का सहारा लेकर विकास को रोकने की कोशिश कर रही है। जनता इसका जवाब देगी।”
बड़ी उपस्थिति, मजबूत संदेश
सभा में क्षेत्र के मुस्लिम समाज की भारी भागीदारी रही। प्रमुख उपस्थित लोगों में हारून मलिक, इसराइल, खुर्शीद खान, एचडी सलमान, तस्लीम कुरैशी, शाहिद कुरेशी, शमशाद कुरेशी, हाजी ताहिर मलिक, हाजी जाहिद कुरेशी, एस. अल्वी क्रांति, हाजी सकुर अहमद, फरियाद खान, नवाब राज, मुजीब खान, हबीब अहमद, अली बहादुर, सरफराज अली सहित सैकड़ों प्रमुख नाम शामिल थे।
सभा के दौरान ‘नगर पालिका हमारा हक है’, ‘विकास को मत रोको’, और ‘राजेश शुक्ला ज़िंदाबाद’ के नारों ने माहौल को जोशीला बना दिया।
सिरौली कला को नगर पालिका का दर्जा दिए जाने पर मचे सियासी घमासान में पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने अपने पक्ष को मजबूती से जनता के सामने रखा और कांग्रेस पर केवल वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया। जनसभा में मुस्लिम समाज का समर्थन शुक्ला के प्रति जनता के भरोसे को दर्शाता है। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस इस आरोपों का जवाब किस तरह देती है।
