शनि माना जाता है कि वह न्यायाधीश की भूमिका निभाते हैं और कर्मों के अनुसार ही जातकों को उनका फल देते हैं. वो एक राशि में करीब ढाई साल तक रहते हैं.

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फिलहाल शनिदेव मीन राशि में विचरण कर रहे हैं और 2027 तक वह मीन राशि में ही रहेंगे.

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह

क्या होता है पंचांक योग ?

अब आपको बताते हैं कि पंचांक योग आखिर है क्या. दरअसल सूर्य और शनि के बीच जब 72 डिग्री का कोण बनता है तो उसे पंचांक योग कहा जाता है. ये योग तब बनता है जब दोनों ग्रह एक दूसरे को 72 डिग्री के पर देखते हैं. इससे दोनों ग्रहों की ऊर्जा का आदान-प्रदान होता है. इस बार यह ग्रह सूर्य और शनि के बीच बन रहा है. कहने को तो शनि देव और सूर्य देव पिता-पुत्र है लेकिन दोनों के बीच में शत्रुता का भाव है. यही कारण है कि यह दोनों साथ आने पर या साथ मिलकर कोई योग बनाने पर कुछ राशियों पर बुरा असर पड़ता है. कुछ राशियों के लिए ये समय परेशानियां से भरा रहेगा तो चलिए जानते हैं कौन सी है वो राशियां.

मिथुन राशि

बात करते हैं मिथुन राशि की. मिथुन राशि के जातकों का यह समय समझदारी से काम लेने का है परिवार हो या कार्य क्षेत्र दोनों में ही इन्हें मुसीबत का सामना करना पड़ेगा रिश्तों में भी दरारें आ सकती हैं. मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है. ऐसे में क्रोध पर नियंत्रण रखना अति आवश्यक है.

तुला राशि

सूर्य और शनि का यह पंचांक योग तुला राशि के जातकों को विशेष मुसीबत में डालेगा. उनको आर्थिक नुकसान से लेकर पारिवारिक कष्ट तक झेलना पड़ सकता है. इसलिए अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें और कोई भी कार्य सोच समझ कर ही करें खासकर आर्थिक मामलों में कोई भी रिस्क ना लें.

कुंभ राशि

सूर्य और शनि की युति कुंभ राशि वालों पर भी बड़ा प्रभाव डालेगी. उनको उनकी मेहनत का फल नहीं मिलेगा. बेकार के विवादों में फंसना पड़ सकता है. इसलिए जो भी काम करें वह सोच समझ कर ही करें जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें.


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