
यह नुकसान पिछले वित्तीय वर्ष में जे.एल.आर. के पूरे टैक्स के बाद मुनाफे से भी ज्यादा हो सकता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक जे.एल.आर. पर साइबर हमला हुआ है।

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी
इस हमले के कारण जे.एल.आर. को अपने कई कारखानों में उत्पादन रोकना पड़ा। खास बात यह है कि जे.एल.आर. ने इस तरह की किसी भी घटना के लिए बीमा नहीं कराया था। इस वजह से कंपनी पर वित्तीय दबाव और बढ़ गया है। उत्पादन को पहले 24 सितंबर तक रोका गया था, फिर इसे 1 अक्तूबर तक बढ़ा दिया गया। इससे कंपनी का काम बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
कितना हुआ नुकसान टाटा मोटर्स ने अभी तक नुकसान की सही रकम की पुष्टि नहीं की है, लेकिन खबरों के अनुसार कंपनी को हर हफ्ते लगभग 50 मिलियन पाऊंड या 68 मिलियन डॉलर का नुकसान हो रहा है। जे.एल.आर. के 33,000 कर्मचारियों को समस्या हल होने तक घर पर रहने के लिए कहा गया है। यह नुकसान बहुत बड़ा है क्योंकि जे.एल.आर. का टाटा मोटर्स के कारोबार में बहुत बड़ा योगदान है। यह कंपनी के कुल रैवेन्यू का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा है।
जे.एल.आर. ने पिछले वित्त वर्ष में टैक्स के बाद 1.8 बिलियन पाऊंड का मुनाफा कमाया था। इसका मतलब है कि 2 बिलियन पाऊंड का अनुमानित नुकसान पूरे साल की कमाई को खत्म कर सकता है या उससे भी ज्यादा हो सकता है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि जे.एल.आर. ने घटना से पहले साइबर बीमा पॉलिसी को अंतिम रूप नहीं दिया था। कहा जा रहा है कि यह पॉलिसी लॉकटन नाम की एक कंपनी करा रही थी, जो दुनिया की सबसे बड़ी स्वतंत्र बीमा ब्रोकरेज फर्म है, लेकिन यह पॉलिसी पूरी नहीं हो पाई थी।


