
एमराल्ड डव को एशियाई पन्ना कबूतर और ग्रे-कैप्ड पन्ना कबूतर भी कहते हैं। यह पक्षी आमतौर पर दक्षिण भारत और दक्षित-पूर्व एशिया के घने व नम वनों में पाया जाता है। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाके में इस पक्षी की मौजूदगी ने पक्षी प्रेमियों, प्रकृति एवं पर्यावरण प्रेमियों में नई उत्सुकता पैदा की है।


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह
पक्षी की विशेषताएं
लंबाई: 23-28 सेमी।
वजन: 120-170 ग्राम।
पंख : धात्विक चमक के साथ गहरे हरे।
चोंच व टांगें : गुलावी से लाल रंग।
आहार : गिरे बीज, फल, छोटे कीट।
आमपन्ना कबूतर को एकांत पसंद
एमराल्ड डव का प्रजनन काल आमतौर पर अप्रैल से सितंबर तक होता है। यह झाड़ियों या पेड़ों की नीची सूखीं टहनियों पर घास से घोंसला बनाती है। मादा सामान्य रूप से दो सफेद अंडे देती है। इनकी देखभाल नर और मादा दोनों करते हैं। यह पक्षी बेहद सतर्क, शर्मीला और एकांतप्रिय होता है। यह पक्षी न सिर्फ अपनी सुंदरता बल्कि पारिस्थितिक महत्व के लिए भी जाना जाता है।
आमपन्ना कबूतर का रानीखेत जैसे ऊंचे क्षेत्र में दिखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह पक्षी आमतौर पर उष्णकटिबंधीय और नम वनों में पाया जाता है। इसकी मौजूदगी इस बात का संकेत है कि इस क्षेत्र की पारिस्थितिकी अब भी संतुलित और स्वस्थ है। यह जैवविविधता के लिहाज से शुभ संकेत है। राजेश भट्ट, पक्षी विशेषज्ञ, कॉर्बेट नेशनल पार्क, रामनगर।
