उत्तराखंड की पौराणिक कथा: देवभूमि का उद्भव।शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)संवाददाता

Spread the love

उत्तराखंड की पौराणिक कथा: देवभूमि का उद्भवप्राचीन काल में, जब पृथ्वी नवसृजित थी और देवता स्वर्ग से धरती पर विचरण करते थे, हिमालय की गोद में एक ऐसी भूमि थी जो स्वयं सृष्टि की श्वास थी। यह कहानी है उत्तराखंड, जिसे देवभूमि कहा गया, के उद्भव की।कहा जाता है कि जब सृष्टि की रचना हो रही थी, तब ब्रह्मा, विष्णु और महेश ने मिलकर धरती को सुंदर बनाने का संकल्प लिया। ब्रह्मा ने कहा, “हमें एक ऐसी भूमि चाहिए जो मेरे सृजन का प्रतीक हो, जहां प्रकृति और आत्मा का संगम हो।” विष्णु ने मुस्कुराते हुए कहा, “यह भूमि मेरे संरक्षण में रहेगी, जहां हर प्राणी को शांति मिले।” शिव, जो कैलास के स्वामी थे, ने अपनी जटाओं से गंगा को मुक्त करते हुए कहा, “यह मेरी तपोभूमि होगी, जहां मैं ध्यानमग्न रहूंगा।”शिव की जटाओं से निकली गंगा जब धरती पर उतरी, तो हिमालय की चोटियों ने उन्हें अपनी बाहों में थाम लिया। गंगा की पवित्र धारा ने उस भूमि को सींचा, जहां आज उत्तराखंड बसा है। लेकिन यह भूमि केवल गंगा की ही नहीं थी। ब्रह्मा ने वहां फूलों से सजी घाटियां, औषधीय वनस्पतियां और रंग-बिरंगे पक्षी दिए। विष्णु ने बद्रीनाथ और केदारनाथ जैसे तीर्थ स्थापित किए, जहां उनकी कृपा सदा बरसती रही।एक बार, जब राक्षसों ने इस पवित्र भूमि पर कब्जा करने की कोशिश की, तो देवी भगवती प्रकट हुईं। उन्होंने नंदा देवी के रूप में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया और राक्षसों का संहार किया। तब से नंदा देवी को उत्तराखंड की रक्षक माना जाता है। स्थानीय लोग आज भी नंदा देवी यात्रा में उनकी पूजा करते हैं, मानते हुए कि वह उनकी माता हैं।कहते हैं कि इस भूमि पर हर पत्थर, हर नदी, हर पर्वत में देवताओं का वास है। एक बार एक तपस्वी ने कैलास की ओर प्रस्थान करने की इच्छा जताई, लेकिन शिव ने स्वप्न में कहा, “मेरी खोज में कहीं दूर जाने की आवश्यकता नहीं। मेरी यह भूमि ही मेरा हृदय है। यहां तप करो, यहीं मोक्ष मिलेगा।”तब से उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाने लगा। यह वह स्थान है जहां गंगा गीत गाती है, हिमालय ध्यानमग्न रहता है, और देवता आज भी विचरण करते हैं। यह कहानी हर उत्तराखंडी के हृदय में बसी है, जो इस पवित्र भूमि को अपनी आत्मा का हिस्सा मानता है।


Spread the love