
कितने लोग पाकिस्तान के खिलाफ मोदी सरकार की कार्रवाई से संतुष्ट हैं और कितने लोगों को इसे स्थगित करना पसंद नहीं आया, इन्हीं सवालों को लेकर सी वोटर ने सर्वे के नतीजे पेश किए हैं।


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
इंडिया टुडे पर पेश किए गए सी वोटर के सर्वे के मुताबिक, टेलिफोनिक तरीके से लोगों से पूछा गया कि क्या वे सरकार की कार्रवाई से संतुष्ट हैं? तो 68.1 फीसदी ने ‘हां’ में जवाब दिया। 5.3 फीसदी लोगों ने कहा कि वे संतुष्ट नहीं हैं तो 15.3 अनिर्णय की स्थित में रहे। वहीं 63.3 फीसदी ने कहा कि वे सीजफायर के अब भी संतुष्ट हैं, जबकि ऐक्शन रुकने से ‘नहीं’ कहने वालों की संख्या बढ़कर 10.2 फीसदी हो गई। 17.3 फीसदी तय नहीं कर सके।
भारत की सैन्य क्षमता पर कितना भरोसा है? इस सवाल के जवाब में सीजफायर से पहले 91.1 फीसदी लोगों ने कहा ‘बहुत ज्यादा’, 6.1 फीसदी ने जवाब में ‘कुछ हद तक’ का विकल्प चुना। भरोसा नहीं है, कहने वाले महज एक फीसदी रहे। वहीं, सीजफायर के बाद 92.3 फीसदी ने कहा कि उन्हें बहुत ज्यादा भरोसा है। कुछ हद तक कहने वाले 3.4 फीसदी ही रह गए जबकि भरोसा नहीं है कहने वाले भी 0.7 फीसदी ही बचे।
भारत का लिए बड़ा दुश्मन कौन है, पाकिस्तान या चीन? इस सवाल के जवाब में सीजफायर से पहले 47.4 फीसदी लोगों ने चीन का नाम लिया तो 27.7 फीसदी ने पाकिस्तान और 12.2 फीसदी ने ‘दोनों’ का विकल्प चुना। वहीं, सीजफायर के बाद 51. 8 फीसदी ने चीन को सबसे बड़ा दुश्मन बताया। 19.6 फीसदी ने पाकिस्तान और 20.7 ने ‘दोनों’ कहा।
सी वोटर की ओर से बताया गया कि यह सर्वे 10,11 और 12 मई को किया गया है। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में मोदी सरकार ने सेना को खुली छूट दी थी। 6-7 अप्रैल की रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान और इसके कब्जे वाले कश्मीर में 9 आतंकी अड्डों पर मिसाइलों से प्रहार किया था। तीन दिन तक भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसी स्थिति रही और 10 मई की शाम को सीजफायर का ऐलान किया गया।
