सावन का माह भगवान शिव के भक्तों के लिए बहुत खास होता है. क्योंकि यह महीना भोलेनाथ का बहुत प्रिय है. इसलिए शिव भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए प्रसिद्ध तीर्थों से जल भरकर भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग को जलार्पण करते हैं.

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इसी को कांवड़ यात्रा भी कहा जाता है. साथ ही इस माह में पड़ने वाले सोमवार के दिन व्रत भी रखते हैं. इसके अलावा श्रावण मास में विशेष रूप से भक्त शिव जी का रुद्राभिषेक करते हैं. मान्यता है इससे बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है.

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट

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इस साल सावन माह 11 जुलाई दिन शुक्रवार से शुरू हो रहा है और 9 अगस्त को समाप्त. इस बार श्रावण मास में 4 सोमवार व्रत पड़ रहे हैं. ऐसे में आइए जानते हैं सावन का पहला सोमवार कब है पूजा मुहूर्त और महत्व…

सावन का पहला सोमवार कब है – When is the first Monday of Savan 2025

सावन माह का पहला सोमवार व्रत 14 जुलाई को रखा जाएगा.

सावन पहला सोमवार शुभ मुहूर्त – Sawan first somwar vrat muhurat 2025

  • ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:16 मिनट से 5:4 मिनट तक रहेगा.
  • अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:5 मिनट से 12:58 मिनट तक रहेगा.
  • अमृत काल मुहूर्त दोपहर 12:1 मिनट से 1:39 मिनट तक रहेगा.
  • प्रदोष काल मुहूर्त शाम 5:38 मिनट से 7:22 मिनट तक रहेगा.

सावन के पहले सोमवार पर पूजा के लिए सबसे उत्तम मुहूर्त सुबह 11:38 मिनट से दोपहर 12:32 तक रहेगा. इस दिन त्रिपुष्कर योग भी बन रहा है.

सावन सोमवार महत्व – Sawam somwar vrat significance

आपको बता दें कि सावन में शिवजी (shiv ji upay) की पूजा करने से ग्रह नक्षत्र की दशा दिशा अच्छी होती है. जो लोग हर दिन भोलेनाथ (bholenath ki puja kaise karen) की पूजा नहीं कर पाते, उन्हें सावन सोमवार को जरूर पूजा और व्रत करना चाहिए. इससे पुण्य फल प्राप्त होगा.

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