आदि शक्ति की उत्पत्ति का कारण राक्षसों के अत्याचारों को माना जाता है। मां का यह स्वरूप अनंत शक्तियों से परिपूर्ण है। मां आदि शक्ति को माता दुर्गा के नाम से भी जाना जाता है। मां दुर्गा ने ही महिषासुर का वध कर देवताओं और संसार को राक्षसी शक्ति के अत्याचारों से मुक्ति दिलाई थी।

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हिंदू धर्म ग्रंथों में बताया गया है कि ब्रह्माजी, भगवान विष्णु और भगवान शंकर भी मां आदि शक्ति की शक्तियों से ही ब्रह्मांड का निर्माण, पालन और संहार करते हैं।

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट

आदि शक्ति की उत्पत्ति कैसे हुई?
हिंदू धर्म ग्रंथों में मां दुर्गा के आदि शक्ति रूप के बारे में एक पौराणिक कथा प्रसिद्ध है. पौराणिक कथा के अनुसार महिषासुर नाम का राक्षस वरदान पाकर अजेय हो गया था. उसने देवताओं पर आक्रमण कर दिया। देवताओं ने उससे कई बार युद्ध किया, लेकिन राक्षसों को हर बार महिषासुर से हार का सामना करना पड़ा. उसके अत्याचारों से परेशान होकर देवताओं ने कई बार उससे युद्ध किया, लेकिन हर बार राक्षसों को महिषासुर से हार का सामना करना पड़ा।

इसके बाद राक्षसों के अत्याचारों से तंग आकर सभी देवता ब्रह्मा जी के पास गए। जहां ब्रह्मा जी ने बताया कि महिषासुर की मृत्यु कुंवारी कन्या के हाथों ही होगी। जिसके बाद सभी देवताओं ने अपनी समस्त शक्तियों और सम्मिलित तेज से आदि शक्ति के इस रूप को प्रकट किया। इस दौरान अलग-अलग देवताओं के तेज से देवी मां का रूप उत्पन्न हुआ। जब आदि शक्ति का जन्म हुआ तो मां का यह रूप अनंत शक्तियों से परिपूर्ण था। इसीलिए मां के इस रूप को आदि शक्ति कहा जाता है।

आदि शक्ति माता दुर्गा का स्वरूप कैसा है: पौराणिक कथा के अनुसार मां दुर्गा के 18 हाथ हैं। ये सभी हाथ जगत संचालक श्री हरि विष्णु भगवान की कृपा से प्राप्त हुए हैं। जगत जननी मां दुर्गा के हाथों में शक्ति का प्रतीक त्रिशूल है, जो उन्हें भगवान रुद्र यानी शंकर ने दिया है। मां भगवती के हाथ में एक चक्र दिखाई देता है, जो श्री हरि भगवान विष्णु ने दिया है। मां हर समय ब्रह्मा जी से प्राप्त कमंडल को उठाए हुए दिखाई देती हैं। मां भगवती के नख और उनकी सुंदरता भगवान विश्वकर्मा ने दी थी। पवन देव ने मां को असंख्य बाण, धनुष और गदा दिए हैं। समुद्र देवता ने मां दुर्गा को शंख दिया है। मृत्यु के देवता यमराज ने मां के हाथ में एक पाश दिया, जिससे वह राक्षसों और नकारात्मक शक्तियों का वध करती हैं। इसी तरह सभी देवी-देवताओं ने आदि शक्ति को कई हथियार दिए और इस तरह मां दुर्गा का जन्म हुआ।

✧ धार्मिक और अध्यात्मिक

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