
जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर शुरू की गई गहन जांच और पूछताछ अभियान के तहत इन लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसके अलावा कश्मीर में करीब 1200 लोगों को हिरासत में लिया गया है जो आतंकवाद से संबंधित मामलों में आरोपी हैं। कुल मिलाकर 1450 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।


हथियारों और गोला-बारूद के साथ आतंकवादियों के 2 सहयोगी भी गिरफ्तार
आज पुलिस सुंबल ने 13 आरआर और सीआरपीएफ की तीसरी बटालियन के साथ मिलकर कनिपोरा नैदखाई ऑर्चर्ड्स में रईस अहमद डार और मोहम्मद शफी डार नामक दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से 1 एके 56, एके 56 राइफल के 30 राउंड, एक मैगजीन और 1 चीनी ग्रेनेड बरामद किया गया है। इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है।
क्या है इस कार्रवाई का उद्देश्य?
अधिकारियों के अनुसार, इस कदम का उद्देश्य उस नेटवर्क की पहचान करना है जिसने हमले को संभव बनाया हो। माना जाता है कि ओवर ग्राउंड वर्कर्स ने हमलावरों को रसद या खुफिया सहायता प्रदान की थी, हालांकि अभी तक उनकी विशिष्ट भूमिका का पता नहीं चल पाया है।
अलर्ट मोड में सरकार, ले सकती है बड़ा फैसला
खबर लिखे जाने तक ये जानकारी सामने आई है कि प्रधानमंत्री आवास पर पीएम मोदी की अध्यक्षता में CCS की बैठक चल रही है। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और NSA अजित डोवाल मौजूद हैं। इस बैठक में आतंकवाद के खिलाफ कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।
पहलगाम आतंकी हमला कब हुआ?
पहलगाम में आतंकियों ने मंगलवार दोपहर पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग की। इस फायरिंग में 26 लोगों की मौत हो गई। आतंकियों ने पुरुषों को मारने से पहले उनका धर्म और नाम पूछा। आतंकियों ने पुरुषों की पैंट भी उतरवाई और उनके प्राइवेट पार्ट चेक किए। आतंकियों का यह करने का मकसद ये था कि वह सुनिश्चित करना चाहते थे कि मरने वाला हिंदू ही हो। आतंकियों की इस हरकत से पूरे देश में आक्रोश फैला हुआ है और लोग सरकार से आतंकियों के खिलाफ सख्त एक्शन की अपील कर रहे हैं।
