
पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग हो रही है। वहीं पाकिस्तान सतर्क हो गया है। उसने सीमा पर निगरानी विमान भेज दिए हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) के साथ अहम बैठक करने जा रहे हैं। जिसमें भारत अपने जवाब को लेकर रणनीति बनाएगा। हमले के बाद तनाव चरम पर है। युद्ध की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। अगर हमले के जवाब में भारत पाक पर कार्रवाई करता है तो पाकिस्तान का जवाबी हमला होना तय है। तो चलिए आइए दोनों देशों की ताकत के बारे में जानते हैं।


दुनिया में चौथे नंबर पर है भारत की सैन्य ताकत
ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स 2025 की रिपोर्ट के मुताबिक सैन्य ताकत के मामले में भारत दुनिया में चौथे नंबर पर है, जबकि पाकिस्तान दुनिया में 12वें नंबर पर है। भारत के पास करीब 14.55 लाख सक्रिय सैनिक हैं, जबकि भारत के पास 11,55 लाख रिजर्व बल हैं। भारत के पास 25 लाख 27 हजार अर्धसैनिक बल हैं। वहीं भारत का रक्षा बजट 681210 करोड़ रुपये यानी 77.4 अरब डॉलर है। भारतीय वायुसेना के पास 2,229 विमान हैं, जिनमें 600 लड़ाकू विमान और 899 हेलीकॉप्टर शामिल हैं। इसके अलावा भारतीय नौसेना के पास 150 युद्धपोत, 18 पनडुब्बी, 2 विमानवाहक पोत (आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विक्रांत) हैं। भारत के प्रमुख विध्वंसक हथियारों की बात करें तो टी-90 भीष्म, अर्जुन टैंक, ब्रह्मोस मिसाइल, पिनाका रॉकेट सिस्टम सबसे विध्वंसक माने जाते हैं।
लड़ाकू विमान
भारत के पास 31 स्क्वाड्रन में 606 लड़ाकू विमान हैं और आने वाले वर्षों में तेजस Mk1 और Mk1A जैसे और भी विमान शामिल किए जाने की संभावना है। हालांकि, मिग-21 बाइसन, सेपेकैट जगुआर, मिग-29 जैसे पुराने विमानों को अगले 4-5 सालों में चरणबद्ध तरीके से हटा दिया जाएगा। पाकिस्तान के पास 387 लड़ाकू विमान हैं और उसके बेड़े में चीनी, फ्रांसीसी और अमेरिकी विमान शामिल हैं। पाकिस्तान के पास ज़्यादा हमलावर हेलीकॉप्टर हैं लेकिन भारत के पास खास मिशन, हवाई टैंकर और परिवहन विमानों की अच्छी संख्या है। प्राचीन काल में युद्ध के हाथियों को टैंक कहा जाता था। अब इन ‘युद्ध हाथियों’ की जगह ट्रैक और मारक क्षमता वाली मशीनों ने ले ली है और इन्हें टैंक कहा जाता है। भारत के पास 4,614 टैंक हैं और यह विश्व स्तर पर छठे स्थान पर है, जबकि पाकिस्तान के पास 3,742 टैंक हैं। भारत के पास 1,51,248 बख्तरबंद वाहन हैं, जो पाकिस्तान से तीन गुना ज़्यादा है। बख्तरबंद वाहन पैदल सेना को युद्ध के मैदान में तेज़ी से तैनात करने में अहम भूमिका निभाते हैं। वे न केवल मारक क्षमता बढ़ाते हैं बल्कि युद्ध के दौरान बेहतर युद्धाभ्यास सुनिश्चित करने के लिए ऑपरेशन की गति भी बढ़ाते हैं।
भारत के मुकाबले काफी कम है पाक की सैन्य ताकत
पाकिस्तान की सैन्य ताकत भारत के मुकाबले काफी कम है। पाकिस्तान के पास 6.54 लाख सक्रिय सैनिक हैं, जबकि पाकिस्तानी वायुसेना के पास 1399 विमान हैं, जिनमें 328 लड़ाकू विमान, 57 हमलावर हेलीकॉप्टर शामिल हैं। पाकिस्तान की नौसेना के पास 8 पनडुब्बियां हैं, जबकि पाकिस्तान के पास कोई विमानवाहक पोत नहीं है। पाकिस्तान के पास जो प्रमुख हथियार हैं, उनमें 400 किलोमीटर की रेंज वाला फतह-2 रॉकेट सिस्टम है, जो मिसाइल डिफेंस को चकमा देने में सक्षम है। हालांकि, पाकिस्तान के पास जो लड़ाकू विमान हैं, उनमें चीनी जे-10सी लड़ाकू विमान और जेएफ-17 लड़ाकू विमान शामिल हैं। पाकिस्तानी विशेषज्ञ इसे भारतीय राफेल लड़ाकू विमान से ज्यादा सक्षम मानते हैं। लेकिन दिक्कत यह है कि पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों ने अभी तक किसी युद्ध में हिस्सा नहीं लिया है, जबकि भारत के पास जो राफेल है, उसने कई युद्धों में हिस्सा लिया है और अपनी अहमियत साबित की है।
कितने दिनों तक जंग कर सकता है पाकिस्तान ?
दोनों सेनाओं की तुलना करने पर पता चलता है कि युद्ध में भारत का पलड़ा जरूर भारी रहेगा, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि पाकिस्तान भारत को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। लेकिन युद्ध के अंत तक पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था चरमरा जाएगी। भारत के साथ हुए पिछले युद्धों में पाकिस्तान को सबसे बड़ा झटका उसकी अर्थव्यवस्था को लगा था। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इतनी बर्बाद हो जाएगी कि देश में अकाल के हालात पैदा हो सकते हैं। इसके अलावा पाकिस्तान के पास एक हफ्ते से ज्यादा लड़ने की क्षमता नहीं है। पाकिस्तान शुरुआत में काफी आक्रामकता के साथ युद्ध लड़ेगा, लेकिन वह ज्यादा से ज्यादा 2 या 3 दिन तक ही ऐसा कर पाएगा, क्योंकि भारतीय ब्रह्मोस पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम और उसके हथियारों के डिपो को तत्काल प्रभाव से तबाह कर सकता है।
