यह व्रत पुण्य प्राप्ति का सुनहरा अवसर है. राहु और शनि के बीज मंत्रों का जप करें, सप्त अन्न का दान करें, और पवित्र नदी में स्नान करें. शिवलिंग पूजन से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. मन को सात्विक और शुद्ध रखें. मंदिरों में भंडारा और अन्न दान का आयोजन करें. पक्षियों को दाना-पानी, गाय को पालक-गुड़, और चींटियों को शक्कर दें. कुत्तों को रोटी खिलाएं. गौशाला में गाय को चारा, रोटी, और गुड़ खिलाने से अखंड पुण्य मिलता है. अमावस्या पर पीपल की पूजा, काग को रोटी खिलाना, और पितृ दोष निवारण के लिए त्रिपिंडी श्राद्ध करवाना शुभ है. मंदिर परिसर में पीपल का पेड़ लगवाएं. आइए जानते हैं आज का विस्तृत पंचांग और शुभ-अशुभ मुहूर्त. 27 अप्रैल 2025 पंचांग: आज वैशाख मास की अमावस्या और मासिक शिवरात्रि का पवित्र दिन है. पिङ्गला संवत, विक्रम संवत 2082 में रविवार को सूर्योदय सुबह 05:43 बजे और सूर्यास्त शाम 06:54 बजे होगा. आज का नक्षत्र अश्वनी, चन्द्र राशि और सूर्य राशि मेष, करण चतुष्पद, और योग प्रीति है. शुभ मुहूर्त ( 27 April Panchang) में अभिजीत मुहूर्त 11:54 AM से 12:45 PM, विजय मुहूर्त 02:21 PM से 03:24 PM, गोधूलि मुहूर्त 06:23 PM से 07:22 PM, ब्रह्म मुहूर्त 04:05 AM से 05:09 AM, अमृत काल 06:02 AM से 07:43 AM, निशीथ काल 11:41 PM से 12:21 AM, और संध्या पूजन 06:21 PM से 07:09 PM तक रहेगा. इस दिन भगवान शिव और बटुक भैरव की पूजा, पीपल उपासना, और अन्न दान से विशेष पुण्य प्राप्त होगा. अशुभ मुहूर्त राहुकाल: 04:30 बजे से 06:00 बजे तक रहेगा दिशा शूल: पश्चिम दिशा (इस दिशा में यात्रा से बचें. जरूरी होने पर एक दिन पहले प्रस्थान निकालकर यात्रा करें.)

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ज्योतिष एवं धर्म की दृष्टि से इन मुहूर्तों का विशेष महत्व है। मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर ‘वेबदुनिया’ आपके लिए प्रतिदिन के खास मुहूर्त की सौगात लेकर आई है।

प्रस्तुत हैं आज के मुहूर्त | 27 April Muhurat :

शुभ विक्रम संवत्-2082, शक संवत्-1947, ईस्वी सन्-2025

संवत्सर नाम-सिद्धार्थ

अयन-उत्तरायण

मास-वैशाख

पक्ष-कृष्ण

ऋतु-ग्रीष्म

वार-रविवार

तिथि (सूर्योदयकालीन)-अमावस्या

नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अश्विनी

योग (सूर्योदयकालीन)-प्रीति

करण (सूर्योदयकालीन)-चतुष्पद

लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष

शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32

राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक

दिशा शूल-पश्चिम

योगिनी वास-ईशान

गुरु तारा-उदित

शुक्र तारा-उदित

चंद्र स्थिति-मेष

जयंती/त्योहार/व्रत/मुहूर्त- सर्वार्थसिद्धि योग/देवपितृकार्ये अमावस्या/मूल समाप्त

यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।

आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।

आज का उपाय-किसी विप्र को सवा किलो आम भेंट करें।

वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)संवाददाता


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