आज पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड पुलिस कर्मियों को राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ पर रजत जयंती पदक प्रदान करने की घोषणा की। यह पदक राज्य के सुरक्षा तंत्र में काम कर रहे सभी पुलिस कर्मियों को दिया जाएगा।

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इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने एसडीआरएफ कर्मियों के लिए बैरिके निर्माण और पुलिस कल्याण के लिए आर्थिक मदद बढ़ाने की भी घोषणा की।

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी

आवासीय योजनाओं में दी जाएगी 100 करोड़ की मदद

मुख्यमंत्री ने पुलिस कर्मियों के लिए आवासीय भवन निर्माण के लिए 100 करोड़ रुपये की योजना का ऐलान किया। यह धनराशि तीन वर्षों में उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे पुलिस कर्मियों को बेहतर आवास की सुविधा मिल सकेगी। बता दें कि राज्य सरकार की यह पहल पुलिस कर्मियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो हमेशा राज्य की सुरक्षा में लगे रहते हैं।

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शहीद पुलिस कर्मियों के परिवारों को दी गई आर्थिक सहायता

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राज्य के उन पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने विभिन्न ड्यूटियों के दौरान अपनी जान गवाई। उनके परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की गई और उन्हें सम्मानित किया गया। बताते चलें कि यह श्रद्धांजलि समारोह पुलिसकर्मियों के परिवारों के प्रति राज्य सरकार की संवेदनशीलता और सम्मान को प्रदर्शित करता है।

राज्य की सुरक्षा में पुलिस की अहम भूमिका

मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री ने राज्य की सुरक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य भौगोलिक और सामरिक दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य की सीमाएं न केवल अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से जुड़ी हैं, बल्कि उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश से भी जुड़ी हैं। ऐसे में राज्य पुलिस की जिम्मेदारी और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।

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धामी ने कहा, “किसी भी राज्य की पुलिस व्यवस्था उसकी सुरक्षा और समृद्धि की रीढ़ होती है। राज्य में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में हमारे पुलिसकर्मियों की भूमिका अहम है।”

जानकारी के लिए बता दें कि पुलिस स्मृति दिवस हर साल 21 अक्टूबर को मनाया जाता है। 1959 में लद्दाख की बर्फीली पहाड़ियों पर चीनी सैनिकों के कपटपूर्ण हमले में शहीद हुए 10 सीआरपीएफ के जवानों की याद में मनाया जाता है।


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