प्रकृति और संस्कृति का आदर करने वाला पर्यटन ही है उत्तराखंड का भविष्य

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प्रो. प्रीति कुमारी,ज्योतिर्मठ।देश का हिमालयी राज्य उत्तराखंड अपने अस्तित्व के 25 साल पूरे करने वाला है। इस अवसर पर राज्य की दशा और दिशा को लेकर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ में उत्तराखंड के विकास में पर्यटन की भूमिका विषय पर वाद विवाद प्रतियोगिता सहित विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्राचार्य प्रो. प्रीति कुमारी ने कहा कि अपनी विलक्षण संस्कृति, लोकजीवन की सुगंध और सामाजिक सांस्कृतिक संरचना, आंचलिक अस्मिता के संरक्षण को लेकर पृथक उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ जो अब 25 साल का युवा होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे युवा अपनी भौतिक और विचार शक्ति के बूते इस नवोदित राज्य के विकास की नई इबारत लिख सकते हैं। समाजशास्त्र विषय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राहुल मिश्रा द्वारा वाद विवाद प्रतियोगिता और क्विज प्रतियोगिता में संयोजक की भूमिका निभाई गयी। क्विज प्रतियोगिता में 3-3 सदस्य के समूह की कुल चार टीमों (A,B,C,D) के बीच प्रतियोगिता आयोजित हुई , जिसमें ‘ग्रुप सी’ ने अपेक्षा के नेतृत्व में अपने साथियों के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया, ज्योति की अगुवाई वाली ग्रुप बी की टीम ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया जबकि ‘ग्रुप ए’ और ‘ग्रुप बी’ संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया।

  • इसी क्रम में वाद विवाद प्रतियोगिता में युवाओं ने प्रभावपूर्ण ढंग से अपने विचार प्रस्तुत किये। वाद विवाद प्रतियोगिता पक्ष में प्रथम स्थान कु. प्रभा और विपक्ष में प्रथम स्थान कु. पूर्णिमा ने प्राप्त किया । डॉ. किशोरी लाल, डॉ. रणजीत मर्तोलिया और डॉ. मोनिका ने क्विज प्रतियोगिता और डॉ. किशोरी लाल व डॉ. रणजीत सिंह मर्तोलिया ने वाद विवाद प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका निभाई। स्कैचिंग और रंगोली प्रतियोगिता के संयोजक डॉ. नवीन पंत और सदस्य डॉ. धीरेंद्र सिंह के संचालन में सम्पन्न इन दोनों प्रतियोगिताओं में भी छात्र छात्राओं ने आकर्षक स्केच और रंगोलियां बनाई। स्कैचिंग में हिमांशु ने प्रथम, समीर रावत ने द्वितीय और ऊषा सेमवाल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया जबकि रंगोली प्रतियोगिता में निशा और उनके ग्रुप ने प्रथम स्थान, सृष्टि और उनके ग्रुप ने द्वितीय स्थान और अनीता और उनके ग्रुप ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। रंगोली प्रतियोगिता में डॉ. नेपाल सिंह, डॉ. पवन कुमार और डॉ. मोनिका सती ने निर्णायक की भूमिका निभाई।

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी


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