मेघालय हनीमून मनाने गए राजा को 23 मई को जंगलों में मार दिया गया. आरोप सीधे तौर पर उसकी पत्नी सोनम और उसके प्रेमी राज कुशवाहा पर है. घटना के 17 दिन बाद 8 और 9 जून के बीच की रात उसने गाजीपुर में आकर सरेंडर कर दिया. हालांकि सोनम के सरेंडर को लेकर भी कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट
पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हत्या और सरेंडर के बीच 17 दिन सोनम कहां गायब थी? इस दौरान उसने क्या-क्या किया और कहां-कहां गई? वो सरेंडर के लिए मेघालय से इतनी दूर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर कैसे पहुंची?
पति की हत्या करवाने के बाद कहां-कहां गई आरोपी सोनम
पुलिस की जांच में ये बात सामने आई है कि राजा रघुवंशी की हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद सोनम और उसका प्रेमी राज कुशवाहा नेपाल भागने की फिराक में थे. लेकिन मेघालय पुलिस और मध्य प्रदेश पुलिस की दबिश के दौरान वो पुलिस के हत्थे चढ़ गया. इधर गाजीपुर और गोरखपुर के रास्ते सोनम नेपाल भागने के लिए निकल चुकी थी. लेकिन राज कुशवाहा के पकड़े जाने के बाद वो टूट गई, उसे लगा कि वो भी अब बच नहीं सकती है, ऐसे में उसने ड्रग्स दिए जाने की झूठी कहानी बनाई और गाजीपुर में ही पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया.
मेघालय से लौटने के बाद इंदौर में राज कुशवाहा से मिली थी सोनम
यही नहीं, इसमें एक और चौंकाने वाली बात पता चली है कि सोनम शिलांग से सीधे यूपी के गाजीपुर नहीं आई थी, बल्कि वो 23 मई को गुवाहटी से इंदौर के लिए निकली थी और 25 मई को इंदौर पहुंची. यहां वो अपने ससुराल या मायके नहीं गई, बल्कि अपने प्रेमी राज कुशवाहा से मिली. राज ने उसे उस दिन इंदौर में ही एक किराए के मकान में ठहराया और फिर अगले दिन कार से यूपी के लिए रवाना कर दिया. जहां वो अलग-अलग लोकेशन पर रही. लेकिन पुलिस से चौतरफा घिरने के बाद आखिरकर उसे सरेंडर करना ही पड़ा. सोनम ने भी पुलिस के पास जाने का फैसला किया. वो वाराणसी से गाजीपुर पहुंची और खुद को ड्रग्स दिए जाने और दूसरी बातों का झूठा जाल बुना.
पुलिस के मुताबिक, राजा रघुवंशी की शादी के तुरंत बाद ही उसे मौत के घाट उतारने का प्लान तैयार हो चुका था और यह प्लान किसी और ने नहीं, बल्कि उसकी नई नवेली पत्नी सोनम ने ही राज कुशवाहा के साथ मिलकर रची थी. साजिश के तहत यह कपल शिलॉन्ग पहुंचा था. 21 मई को शिलॉन्ग पहुंचने के बाद इस कपल ने 22 मई को चेरापूंजी में जाकर एक होमस्टे लिया. कपल के साथ ही हत्याकांड में संलिप्त अन्य आरोपियों ने भी वहां पर होमस्टे लिया. लेकिन, इस बात की बिल्कुल भी भनक राजा रघुवंशी को नहीं थी.
भाड़े के अपराधियों से करवाई गई राजा की हत्या
मेघालय पुलिस की मानें तो, प्लान के तहत तीन आरोपियों ने राजा को पकड़ा और विक्की नाम के एक आरोपी ने इसके बाद उस पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. राजा को मौत के घाट उतारने के बाद सभी आरोपी वहां से फरार हो गए. लेकिन, सीसीटीवी कैमरे में यह सब कुछ कैद हो गया. इसके बाद सोनम इंदौर पहुंची, जहां उसने राज कुशवाहा से संपर्क किया. इसके बाद सोनम उत्तर प्रदेश पहुंची. सोनम ने हनीमून के दौरान की कोई भी तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं की थी, जिससे किसी पर कोई शक हो. लेकिन, मौका-ए-वारदात से मिली हत्यारे आकाश की जैकेट ने जांच की राह आसान बना दी. दरअसल, यह जैकेट सोनम ने ही आकाश को दी थी, जिस पर खून के धब्बे के निशान भी मिले. राजा पर आरोपी विशाल ने पहला वार किया था. इसके बाद अन्य आरोपियों ने हमले किए थे.
क्या है ‘ऑपरेशन हनीमून’?
राजा रघुवंशी हत्याकांड के आरोपियों को पकड़ने के लिए मेघालय पुलिस ने जिस ऑपरेशन की शुरुआत की थी, उसका नाम ‘ऑपरेशन हनीमून’ दिया गया था. मेघालय पुलिस ने बताया कि मामला काफी पेचीदा था, इसलिए हमने इसे एक ऑपरेशन की तरह ट्रीट किया, जिसका नाम ‘ऑपरेशन हनीमून’ दिया गया. इस मामले में संलिप्त कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनसे पूछताछ जारी है.
पुलिस का कहना है कि गुवाहाटी पुलिस स्टेशन के पास से इस हत्याकांड में शामिल हथियार भी बरामद हुआ है. सोनम और राज के कॉल डिटेल रिकॉर्ड से कथित तौर पर लगातार बातचीत का पता चला, जो जांच में अहम सुराग साबित हो रहा है. इन निष्कर्षों के आधार पर, इंदौर और शिलांग की पुलिस टीमों के साथ एक संयुक्त अभियान में राज को हिरासत में लिया गया.
सोनम को मेघालय ले जा रही है पुलिस
सोनम फिलहाल मेघालय पुलिस की हिरासत में है और उसे कड़ी सुरक्षा के बीच पटना एयरपोर्ट से गुवाहाटी ले जाया गया है. गुवाहाटी से उसे सड़क मार्ग से शिलॉन्ग ले जाया जाएगा. मेघालय पुलिस ने आगे की पूछताछ और जांच के लिए सोनम के लिए पांच दिन की ट्रांजिट रिमांड हासिल की है.

