
इस मामले में एक ठग मीरजापुर का रहने वाला शुभम पहले ही पकड़ा जा चुका है।


डीसीपी क्राइम टी सरवणन ने गुरुवार को बताया कि वाराणसी के रहने वाले राजकुमार ने पुलिस को जानकारी दी थी कि बीएसजी नाम की फर्जी कंपनी ने क्रिप्टो करेंसी में निवेश के बहाने करोड़ों रुपये की ठगी की है। मामले की जांच के लिए पुलिस की तीन टीमों का गठन किया गया। टीमों ने सोनभद्र, लखनऊ और मुजफ्फरनगर जाकर जांच की। इस दौरान बदायूं के राजकुमार मौर्या, उन्नाव के अर्जुन शर्मा व रामनगर के दानिश खान को गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए ठगों की उम्र 24 से 28 वर्ष के बीच है। राजकुमार के खिलाफ संभल में भी मुकदमा दर्ज है। गिरफ्तार ठगों के पास से लगभग चार लाख रुपये के पांच आईफोन, डेढ़ लाख रुपये का आइपैड और 98 हजार रुपये बरामद हुए।
ठगों ने बस्डग्लोबल डॉट कॉम, डब्ल्यूडब्ल्यू डॉट एमबीएसीवर्ल्ड डॉट कॉम नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर सितंबर 2022 को बस्ड ग्लोबल (बीएसजी) नाम की कंपनी शुरू की थी। इसका ऑफिस रामनगर में था। फर्जी क्रिप्टो करेंसी बीएसजी नाम से बनवाई थी। उसे वेंडेक्स एक्सचेंज पर लिस्ट कराकर मल्टी लेवल मार्केटिंग के तौर पर लोगों से निवेश कराने लगे। राजकुमार मौर्या, अर्जुन शर्मा और उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग के प्रकाश जोशी कंपनी में निदेशक थे। प्रकाश जोशी अभी फरार है।
