
आई.जी. कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल के निर्देश पर नैनीताल पुलिस का सघन अभियान, 287 व्यक्तियों का सत्यापन, लाखों के जुर्माने व अवैध कनेक्शनों पर त्वरित कार्रवाई


अवतार सिंह बिष्ट, विशेष संवाददाता, हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स
बनभूलपुरा,नैनीताल जनपद के बनभूलपुरा क्षेत्र को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। अवैध निर्माण, बाहरी लोगों की आवाजाही, बिना सत्यापन रह रहे किरायेदार, और मूलभूत सेवाओं का दुरुपयोग क्षेत्र की कानून व्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती बनते जा रहे थे। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए कुमाऊं की आई.जी. श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल ने कठोर निर्देश जारी करते हुए नैनीताल पुलिस को क्षेत्र में सघन सत्यापन अभियान चलाने के आदेश दिए।
सघन अभियान: पुलिस, IRB और CAPF की संयुक्त कार्रवाई
इस अभियान को युद्धस्तर पर संचालित किया गया। बनभूलपुरा में पुलिस, IRB (India Reserve Battalion) और CAPF (Central Armed Police Forces) की संयुक्त टीमें मैदान में उतरीं। अभियान के दौरान न केवल दस्तावेज़ जांचे गए, बल्कि बिजली और पानी जैसे संसाधनों के दुरुपयोग पर भी बारीकी से नजर डाली गई।
- 287 व्यक्तियों का मौके पर सत्यापन किया गया
- 73 मकान मालिकों/ठेकेदारों पर नियमों के उल्लंघन के चलते कार्यवाही हुई
- 13 मकान मालिकों के खिलाफ कोर्ट चालान किया गया, प्रत्येक से ₹10,000 का जुर्माना वसूला गया
- 60 व्यक्तियों पर धारा 81 पुलिस अधिनियम के तहत चालान, कुल ₹24,500 का जुर्माना
बिजली चोरी और दुरुपयोग: दो गंभीर मामले
सत्यापन के दौरान दो चौंकाने वाले मामले सामने आए जहाँ बिजली विभाग को मौके पर हस्तक्षेप करना पड़ा:
- कटे हुए कनेक्शन से तीन मकानों में अवैध आपूर्ति
एक व्यक्ति, जिसका बिजली कनेक्शन पहले ही अनियमितताओं के कारण काटा जा चुका था, ने अपने पुराने कनेक्शन से तीन अन्य आवासों में अवैध रूप से बिजली पहुंचा रखी थी।
- घरेलू कनेक्शन से वाणिज्यिक उपयोग
दूसरे व्यक्ति ने अपने घरेलू कनेक्शन से एक दुकान को बिजली प्रदान कर रखी थी। यह उपभोक्ता न तो व्यवसायिक कनेक्शन का शुल्क दे रहा था, न ही वैधता के दायरे में था।
कार्रवाई:विद्युत विभाग के जूनियर इंजीनियर को मौके पर बुलाया गया। दोनों मामलों में कनेक्शन तत्काल प्रभाव से काटे गए और विभागीय स्तर पर आगे की कानूनी कार्यवाही शुरू की गई।
बिना सत्यापन के किरायेदार: सुरक्षा पर सीधा खतरा,एक अन्य मामले में पुलिस टीम को एक बंद मकान में बाहर से ताला लगा मिला। संदेह के आधार पर ताला खुलवाया गया तो अंदर दो व्यक्ति, जाहिद अली और उसका पुत्र मोहम्मद अली, बिना किसी सत्यापन के रह रहे थे। यह मामला क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकता था।
इन दोनों व्यक्तियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई शुरू की गई है, साथ ही मकान मालिक पर भी पुलिस अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर दिया गया है।
जनता की प्रतिक्रिया: सराहना भी, सतर्कता भी,स्थानीय लोगों ने इस अभियान की सराहना की है। कई नागरिकों ने कहा कि ऐसे सत्यापन समय-समय पर होते रहने चाहिए ताकि बाहरी तत्वों की घुसपैठ और अपराध पर नियंत्रण हो सके।
हालांकि, कुछ मकान मालिकों ने इसे “अचानक और कठोर” कदम बताया, लेकिन पुलिस का कहना है कि जिन लोगों ने समय पर सत्यापन नहीं कराया था, वे नियमों के उल्लंघन के दोषी थे।
पुलिस की अपील: नागरिक सहयोग अनिवार्य
जनपद नैनीताल पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि:
- वे अपने किरायेदारों और मजदूरों का समय पर सत्यापन करवाएं
- बिजली, पानी जैसी सेवाओं का विधिवत उपयोग करें
- यदि कोई व्यक्ति बिना दस्तावेज़ या गलत पहचान से रह रहा है, तो तुरंत नजदीकी थाने में सूचना दें
पुलिस का स्पष्ट संदेश है:
“कानून सबके लिए समान है। जो नियम तोड़ेगा, उस पर कार्रवाई होगी।सत्यापन की शक्ति, कानून की पकड़बनभूलपुरा जैसे क्षेत्रों में जहां जनसंख्या घनत्व और प्रवासी मजदूरों की संख्या लगातार बढ़ रही है, वहां समय पर सत्यापन अभियान न केवल अपराध पर अंकुश लगाने में मददगार है, बल्कि सामाजिक संतुलन बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।आई.जी. रिद्धिम अग्रवाल के मार्गदर्शन और नैनीताल पुलिस की तत्परता से यह संदेश स्पष्ट है कि उत्तराखंड में कानून व्यवस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
