उत्तराखंड के ज्योतिर्मठ के पास निहंगों और एक स्थानीय व्यवसायी के बीच हिंसक झड़प के बाद पुलिस ने सोमवार को सात तीर्थयात्रियों को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

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अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों ने बीच-बचाव करने आए एक पुलिस अधिकारी पर भी धारदार हथियारों से हमला कर दिया जिसमें वह घायल हो गया।

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट

ज्योतिर्मठ के पास हेमकुंड साहिब के दर्शन करने आए निहंग सिखों का एक स्थानीय व्यापारी से स्कूटर ले जाने को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि निहंगों ने कथित तौर पर व्यापारी पर तलवारों से हमला करने की कोशिश की। हालांकि, व्यापारी बाल-बाल बच गया।

उन्होंने बताया कि जब तक पुलिस मौके पर पहुंची, आरोपी भाग चुके थे। लेकिन उन्हें थाने के गेट के पास ही रोक लिया गया।

इस बीच, बड़ी संख्या में स्थानीय व्यापारी भी थाने में इकट्ठा हो गए। स्थिति तब और बिगड़ गई जब पता चला कि निहंग तीर्थयात्री अपने साथ कई धारदार हथियार लिए थे जिनमें बड़ी दोधारी तलवारें, चाकू और कुल्हाड़ी शामिल हैं – इसके अलावा वे पारंपरिक रूप से अपनी धार्मिक मान्यताओं के तहत तलवारें और कृपाण भी रखते हैं।

दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस हुई जो जल्द ही हाथापाई में बदल गई। जब पुलिस ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो अमृतपाल नाम के एक निहंग ने कथित तौर पर एक वरिष्ठ उपनिरीक्षक के सिर पर धारदार चाकू से हमला कर दिया, जिससे वह घायल हो गए।

पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 109(1) (हत्या का प्रयास), 191(2) (दंगा), 193(3) (जहां गैरकानूनी जमावड़ा या दंगा होता है वहां के मालिक, कब्जाधारी या भूमि में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति की जिम्मेदारी), 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) और 351(3) (आपराधिक धमकी) के तहत दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं।

गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान हरप्रीत सिंह, अमृतपाल सिंह, हरप्रीत सेकंड, बिंदर सिंह, गरजा सिंह, हरजोत सिंह और भोला सिंह के रूप में हुई है। सभी आरोपी पंजाब के फतेहगढ़ के रहने वाले हैं।

पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है।


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