:– रुद्रपुर l पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल की गाड़ी को एक बोलेरो वाहन ने टक्कर मार दी, जिससे उनके घुटने में चोटें आईं और उनका वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। घटना 21 दिसंबर की रात 10:30 बजे की है, जब ठुकराल आदर्श कॉलोनी स्थित अपने निवास लौट रहे थे। उन्होंने पुलिस को दिए अपने लिखित बयान में कहा है कि रुद्रा होटल वाली मुख्य सड़क पर बोलेरो (वाहन संख्या: KA 05 NG 8305) ने उनका रास्ता अवरुद्ध किया और हार्न बजाने के बावजूद लापरवाही से उनकी इनोवा कार (UK 06 AN 1008) में टक्कर मार दी।

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रुद्रपुर। पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल की गाड़ी को टक्कर मार उन्हें चोटिल करने का मामला प्रकाश में आया है। तीन दिन पूर्व हुए इस हादसे की शिकायत ठुकराल ने कोतवाली पुलिस को पहले मौखिक और अब लिखित रूप में कर दी है।

प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

कोतवाल रुद्रपुर को दिए शिकायती पत्र में ठुकराल ने लिखा है कि 21 दिसंबर समय रात्रि 10.40 बजे अपने निवास B.-29 आदर्श कालोनी मे, रुद्रा होटल वाली मुख्य सड़क से वापिस आ रहे थे।

रास्ते में मुख्य मार्ग पर मार्ग अवरुद्ध कर रहे बोलेरो वाहन संख्या KA. 05 NG 8305 ने उनके द्वारा हार्न बजाने के बावजूद बैक साइड से उनके वाहन इनोवा कार संख्या UK06 AN 1008 मे अत्यन्त ही लापरवाही से टक्कर मारी, जिससे उनका वाहन अत्यन्त क्षतिग्रस्त हो गया व उनके घुटने मे गुम चोटे आयी। इसके बाद ठुकराल ने संदिग्ध लोगों का अपने क्षतिग्रस्त वाहन से ही पीछा किया, परन्तु इंदिरा चौक पर लगे जाम का लाभ उठाकर वह लोग किच्छा मुख्य मार्ग की ओर भागने में सफल हो गये ।

उनके भाई संजय ठुकराल द्वारा उपरोक्त वाहन की पंजीकरण संख्या पूर्व में ही कोतवाल को दूरभाष पर बता दी गई थी। अब वह घुटने का इलाज करवा कर

अपनी प्राथमिकी दर्ज करा रहे हूँ। उपरोक्त बोलेरो वाहन संख्या K.A. 05 NG-8305 विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कठोर कानूनी कार्यवाही की जाए।

इस मामले में पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल का कहना था कि उन्हें नहीं लगता कि इसमें साजिशन कुछ किया गया है। लेकिन हादसा करते ही बोलेरा सवारों का भाग निकलना संशय उत्पन्न करता है। वहीं, उनके अनुज संजय ठुकराल का कहना था कि कर्नाटक नंबर की गाड़ी से उनके भाई राजकुमार ठुकराल की गाड़ी पर टक्कर मारा जाना कोई षड्यंत्र भी हो सकता है। पुलिस को मामले की गंभीरता से जांच करते हुए उन्हें सुरक्षा उपलब्ध करानी चाहिए।


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