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इस बीच अब G-7 देशों का बयान सामने आया है।

‘ग्रुप ऑफ सेवन’ (G-7) देशों ने भारत और पाकिस्तान से अधिक से अधिक संयम बरतने का शनिवार को आग्रह किया और सैन्य संघर्ष को बातचीत के माध्यम से तत्काल कम करने का आह्वान किया। समूह द्वारा यह आह्वान ऐसे समय में किया गया है जब परमाणु हथियारों से लैस भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव लगातार बढ़ रहा है।

संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

जी-7 देशों ने कहा कि वह स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और एक त्वरित एवं स्थायी कूटनीतिक समाधान के लिए अपना समर्थन व्यक्त करता है। जी-7 देशों के विदेश मंत्रियों ने एक बयान में कहा कि सैन्य तनाव और बढ़ने से क्षेत्रीय स्थिरता को गंभीर खतरा होगा।

जी-7 के सदस्यों देशों ने की पहलगाम हमले की निंदा

समूह ने एक बयान में कहा कि जी-7 के सदस्यों देशों कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका के विदेश मंत्री और यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं और भारत एवं पाकिस्तान दोनों से अधिक से अधिक संयम बरतने की अपील करते हैं।

इस बयान में कहा गया कि सैन्य तनाव और बढ़ने से क्षेत्रीय स्थिरता को गंभीर खतरा होगा। हम दोनों देशों के नागरिकों की सुरक्षा के लिए बेहद चिंतित हैं। हम तत्काल तनाव कम करने का आह्वान करते हैं तथा भारत एवं पाकिस्तान से शांतिपूर्ण समाधान के लिए सीधी बातचीत का आग्रह करते हैं।

पाकिस्तानी सेना पश्चिमी मोर्चे पर कर रही आक्रामण

विदेश मंत्रालय और भारतीय सेना की प्रेस ब्रीफिंग में बताया गया कि पाकिस्तान सेना ने पश्चिमी मोर्चे पर आक्रामक गतिविधियां जारी रखी हैं। लड़ाकू विमान, ड्रोन और मिसाइल का इस्तेमाल किया, एलओसी पर भी भारी गोलाबारी की साथ ही श्रीनगर से नलिया तक 26 से ज्यादा स्थानों पर हवाई घुसपैठ का प्रयास किया।

कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि उधमपुर, पठानकोट, आदमपुर और भुज में हमें थोड़ा नुकसान हुआ है। पाकिस्तान ने हाईस्पीड मिसाइल छोड़कर पंजाब के एयरबेस को दागने की कोशिश की। चिकित्सा परिसर को भी निशाना बनाया है।


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