
लेकिन अब भारतवासियों का जुगाड़ रेलवे के राजस्व पर भारी पड़ रहा है। कई बार यात्री बिना टिकट के जानबूझकर ट्रेन में चढ़ते हैं और कई बार ट्रेन को पकड़ने की जल्दबाजी में टिकट नहीं लेते हैं। टीटी भी होंगे असहाय ऐसे में अगर ये यात्री पकड़े गए तो पेनाल्टी देकर उसकी भरपाई करते हैं और अगर बच गए तो उनकी मौज ही मौज। लेकिन अब ट्रेन में गलत तरीके से सफर करने वालों ने कम पेनाल्टी देकर अपनी यात्रा को सफल करने का जुगाड़ ढूंढ़ लिया है।


संवाददाता,शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स /उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट
इसमें टीटी भी कुछ नहीं सकते हैं। हालांकि इससे रेलवे को राजस्व का नुकसान हो रहा है। सामान्य टिकट लेकर यात्रा करने पर देना होगा सिर्फ संबंधित क्लास का किराया अब यात्री बगैर टिकट सफर करने के बजाए सामान्य टिकट लेकर किसी भी रिजर्वेशन कोच में चढ़ जाते हैं। इस तरह अगर टीटी की नजरों से बच गए तो फायदा ही फायदा है और पकड़े गए तो केवल संबंधित क्लास का किराया ही चुकाना होगा।
यही वजह है कि बगैर टिकट यात्रा करने के बजाए सामान्य टिकट लेकर यात्रा करने वालों की संख्या बढ़ गयी है। रेलवे के आंकड़ों से स्पष्ट हुई घपलेबाजी भारतीय रेलवे ने आगरा मंडल के विभिन्न रेल खंडों में जून -2025 में टिकट चेकिंग जांच अभियान चलाया, जिसमें यह स्पष्ट हुआ है। 4 किलाबंदी जांच, 3 औचक, 2 स्पॉट और 9 मजिस्ट्रेट चेक कराये गये। जिसमें बिना टिकट यात्रा करते हुए 22975 यात्री पकड़े गए। जिनसे रु.1.72 करोड़ का जुर्माना वसूला गया। वहीं सामान्य टिकट लेकर यात्रा करते हुए 25461 यात्रियों से रु.1.30 करोड़ जुर्माना वसूला गया।

