
जैसे-जैसे जांच आग बढ़ रही है इस ढोंगी बाबा के काले कारनामों का पूरा चिट्ठा खुल रहा है। अब पुलिस उत्तराखंड के अल्मोड़ा स्थित उस गेस्ट हाउस पहुंची जहां चैतन्यानंद छात्राओं के संग ठहरता था।

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी
पुलिस चैतन्यानंद ने काले कारनामों का चिट्ठा खोलने उत्तराखंड पहुंची। आल्मोड़ा में पुलिस टीम ने उस गेस्ट की जांच की जहां आरोपी चैतन्यानंद छात्राओं के साथ ठहरा था और गंदी हरकत भी करता था। मामले में तीन महिला सहयोगी- श्वेता शर्मा (एसोसिएट डीन), भावना कपिल (एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर) और काजल (सीनियर फैकल्टी) को गिरफ्तार/बाउंड डाउन किया गया।
पूछताछ में सहयोगियों ने खोला राज
पूछताछ में तीनों ने स्वीकारा कि वे आरोपी के निर्देश पर काम करती थीं और छात्राओं पर दबाव डालती थीं। छात्राओं को अनुशासन और पंक्चुअलिटी के नाम पर धमकाया और दबाव बनाया जाता था। चैतन्यानंद के मोबाइल से अल्मोड़ा गेस्ट हाउस के कई सबूत बरामद हुए हैं। योगा ग्रुप में छात्राओं की तस्वीरों पर ढोंगी बाबा चैतन्यानंद के अशोभनीय कमेंट मिले है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद भी चैतन्यानंद का रवैया बेहद खराब है। वो बेहद अहंकारी और उसे अपने गंदे कारनामों पर कोई पछतावा नहीं है।
चैतन्यानंद के फोन पर मिले सबूत
छात्राओं ने आरोप लगाया था कि चैतन्यानंद उन्हें वॉट्सएप पर आपत्तिजनक मैसेज भेजता था। उसकी बात नहीं मानने पर करियर खराब करने की धमकी देता था। दिल्ली पुलिस ने बाबा के पास से फर्जी विजिटिंग कार्ड और मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। दिल्ली पुलिस को बरामद हुए फर्जी विजिटिंग कार्ड में एक कार्ड संयुक्त राष्ट्र का है, जिसके अनुसार, बाबा ने खुद को संयुक्त राष्ट्र में स्थायी राजदूत बताया है। दूसरे विजिटिंग कार्ड के अनुसार, बाबा ने खुद को ब्रिक्स देशों के संयुक्त आयोग का सदस्य और भारत का विशेष दूत बताया है।
17 छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप
बता दें कि SRISIIM का डायरेक्टर स्वामी चैतन्यानंद सरस्वतीपर 17 छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप है। शिकायत दर्ज कराने वाली छात्राओं ने बताया कि स्वामी चैतन्यानंद उन्हें परीक्षा में फेल करने के डर दिखाकर अपने कमरे में बुलाता था। उसने सुरक्षा के नाम पर गर्ल्स हॉस्टल में सीक्रेट कैमरे लगवा रखे थे। इतना ही नहीं, अपने कैबिन के पीछे उसने एक कमरा बनवा रखा था जहां वो लड़कियों के साथ गंदी हरकतें किया करता था। बीते दिनों आगरा से ढोंगी बाबा की गिरफ्तारी हुई, जिसके बाद इसके ऊपर लगे आरोपों की जांच पुलिस कर रही है।
यानी चैतन्यानंद की इन तीनों महिला सहयोगियों को पुलिस ने गिरफ्तार तो नहीं किया है, लेकिन दिल्ली पुलिस इन्हें जब भी पेश होने के लिए कहेगी, इन्हें आना पड़ेगा।
इन्हें छात्राओं को उकसाने, धमकी देने और सबूत नष्ट करने के आरोप में बाउंड डाउन किया गया है। चैतन्यानंद के निर्देश पर तीनों बहनें छात्राओं को अनुशासन और समय की पाबंदी के नाम पर दबाव बनाती थीं।
तीनों से पूछताछ में पुलिस को इस बात की जानकारी मिली है। जैसे-जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है चैतन्यानंद के बारे में एक से एक कारनामे की जानकारी मिलती जा रही है।
पुलिस टीम ने अल्मोड़ा स्थित एक गेस्ट हाउस का भी दौरा किया जहां चैतन्यानंद कुछ माह पहले कुछ छात्राओं के साथ रुका था। जांच में इसकी पुष्टि हो गई है।
इन तीनों महिलाओं के मोबाइल में कुछ ऐसे भी साक्ष्य मिले हैं, जिनमें चैतन्यानंद ने वाॅट्सएप ग्रुप में छात्राओं की योग तस्वीरों पर अनुचित व अभद्र टिप्पणियां की थी।
पुलिस का कहना है कि चैतन्यानंद का रवैया किसी भी प्रकार के अपराधबोध या पश्चाताप से भरा नहीं है। इसके मोबाइल फोन में कई एयरहोस्टेस की भी पुलिस को तस्वीरें मिलीं थी।
जिसमें उसने कई एयरहोस्टेस के साथ फोटो खिंचवा रखा था। उक्त तस्वीरों को वह अपने मोबाइल में रखे हुए था। ज्ञात रहे बीते सोमवार को वसंत कुंज उत्तरी थाना पुलिस ने चैतन्यानंद के एक सहयोगी हरि सिंह कोपकोटी को भी बागेश्वर,उत्तराखंड से गिरफ्तार किया था।
चैतन्यानंद के कहने पर उसने 14 सितंबर को एक पीड़िता के पिता को काल कर शिकायत वापस लेने की धमकी दी थी। उससे पहले बीते शनिवार देर रात पुलिस ने आगरा के होटल फर्स्ट में छिपे चैतन्यानंद सरस्वती को गिरफ्तार किया था।
मुकदमा दर्ज होने के बाद से वह वसंत कुंज स्थित इंस्टीट्यूट से भागकर आगरा चला गया था। वह पांच दिन की पुलिस रिमांड पर है।
उस पर संस्थान की 17 छात्राओं ने छेड़छाड, अश्लील हरकत करने व आपत्तिजनक संदेश भेजने का आरोप लगाया है। छात्राओं की शिकायत पर संस्थान प्रबंधन ने चार अगस्त को वसंत कुंज उत्तरी थाने में उसके खिलाफ शिकायत दी थी।


