संपादकीय लेख : “नारी शक्ति का नया अध्याय—रुचि भट्ट के स्वागत में रुद्रपुर की गूंज”

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रुद्रपुर की सरजमीं गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी की महिला शक्ति के उमंग और उत्साह से सराबोर दिखी। अवसर था भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती रुचि भट्ट के प्रथम रुद्रपुर आगमन का। जैसे ही वह पार्टी कार्यालय पहुंचीं, “रुचि भट्ट जिंदाबाद” और “भारतीय जनता पार्टी जय जयकार” के नारों से पूरा परिसर गूंज उठा। यह दृश्य केवल स्वागत का नहीं, बल्कि उस बदलते राजनीतिक परिदृश्य का प्रतीक था जिसमें महिलाएं अब केवल दर्शक नहीं, बल्कि निर्णायक भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।

✍️ अवतार सिंह बिष्ट | हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, रुद्रपुर ( उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी

प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती भट्ट ने अपने संबोधन में जिस सहजता से कहा कि “नारी सशक्तिकरण केवल नारा नहीं, हमारी नीति है”, वह वाक्य भाजपा के महिला मोर्चे के भावी मिशन का मूल मंत्र बनता दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पार्टी द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं का जमीनी प्रभाव तभी पूर्ण होगा जब महिला कार्यकर्ता घर-घर जाकर जागरूकता और संगठन का सेतु बनें—और यही जिम्मेदारी रुचि भट्ट के नेतृत्व में अब और सशक्त रूप से आगे बढ़ेगी।

भाजपा के राजनीतिक ढांचे में महिला मोर्चा को हमेशा से निर्णायक माना गया है, लेकिन आज के दौर में यह और अधिक आवश्यक हो गया है कि संगठनात्मक स्तर पर महिलाएं नीति निर्धारण और जनसंवाद के केंद्र में हों। श्रीमती भट्ट ने स्पष्ट संकेत दिया कि आगामी चुनावों में महिला मोर्चा केवल सहयोगी इकाई नहीं, बल्कि रणनीतिक धुरी की भूमिका में होगा। यह संदेश न सिर्फ कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि विपक्षी दलों के लिए भी एक राजनीतिक चेतावनी की तरह है कि भाजपा अब “नारी शक्ति” को अपने सबसे प्रभावी जनाधार के रूप में उभार रही है।

रुद्रपुर में हुए स्वागत समारोह ने एक और महत्वपूर्ण बात उजागर की—संगठनात्मक एकजुटता और अनुशासन। भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष श्रीमती विमला मुडेला, प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती रश्मि रस्तोगी, आईटी सह प्रभारी श्रीमती स्वाति मिश्रा सहित अनेक पदाधिकारियों की उपस्थिति ने यह दर्शाया कि उत्तराखंड में पार्टी का महिला संगठन मजबूत कड़ी के रूप में काम कर रहा है।

राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना केवल सांकेतिक कदम नहीं, बल्कि लोकतंत्र की मजबूती का भी प्रतीक है। यदि रुचि भट्ट जैसी ऊर्जावान नेतृत्वशैली ग्रामीण अंचलों तक संगठन की पहुँच बना लेती है, तो यह राज्य की राजनीति में महिला सशक्तिकरण का एक नया अध्याय सिद्ध होगा।


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