रैली में ईसाई और कुमाऊंनी संस्कृति का खूबसूरत मिश्रण देखने को मिला. सांता क्लॉज के साथ पर्यटकों ने छोलिया नृत्य में भाग लिया और खूब झूमे.
प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)
पहाड़ों की पहचान मशकबीन
रैली में मशकबीन की धुन आकर्षण का केंद्र रही. बता दें की मशकबीन एक यूरोपियन वाद्य यंत्र है, लेकिन इसे उत्तराखंड में लोककला का अभिन्न हिस्सा बना लिया गया है. इसमें चमड़े की थैली और चार पाइपों से बना यह यंत्र छोलिया डांस को संगीतमय और उत्साहपूर्ण बना देता है. मशकबीन और पहाड़ी गानों की धुन पर पर्यटक झूमने को मजबूर हो गए.
कुमाऊंनी छोलिया डांस, जो आमतौर पर शादियों और उत्सवों में किया जाता है, रैली का मुख्य आकर्षण रहा. नर्तकों ने पारंपरिक परिधानों और मशकबीन की धुन पर डांस करते हुए सांस्कृतिक विरासत को जींदा कर दिया. पर्यटकों ने सांता के साथ सेल्फी लेने और गिफ्ट पाने का भी आनंद लिया. इस आयोजन में होटल के जीएम नरेश गुप्ता, अरशद, आशुतोष, बिशन, महेश, हर्षिता, उमेश, कपिल, सुनील, प्रतीक ने सक्रिय भूमिका निभाई. उनके प्रयासों ने इस आयोजन को सफल और यादगार बनाया.
नैनीताल में क्रिसमस की धूम
क्रिसमस के मौके पर नैनीताल में सैलानियों की भारी भीड़ उमड़ रही है. सांता रैली जैसे आयोजनों से पर्यटकों को न सिर्फ उत्सव का आनंद मिल रहा है, बल्कि स्थानीय कुमाऊंनी संस्कृति को करीब से जानने का भी मौका मिल रहा है.