प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लग रही अटकलों पर कुछ दिनों के लिए विराम लग गया है। लेकिन नवरात्र के आसपास धामी मंत्रिमंडल नए स्वरूप में आ सकता है।

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इसके लिए सीएम धामी और प्रदेश संगठन के बीच होमवर्क पूरा हो गया है।

माना जा रहा है कि सरकार के तीन साल को लेकर 23 मार्च को जश्न पूरा होते ही मंत्रिमंडल विस्तार कर दिया जाएगा। हालांकि इस बीच सूत्रों का ये भी दावा है कि विस्तार के साथ ही बदलाव भी होगा। ऐसे मे धामी मंत्रिमंडल से दो से तीन चेहरों की छुट्टी तय है।

दो दिनों तक दिल्ली में रहने के बाद सीएम धामी आज देहरादून लौट आए हैं। पहले चर्चा थी कि वे केंद्रीय नेतृत्व से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बातचीत करेंगे। लेकिन धामी इस बीच कई व्यक्तिगत समारोह में शिरकत करते हुए नजर आए। इस बीच खबर है कि कैबिनेट में किसको जगह दी जानी है और किसकी छुट्टी होनी है, इसकी लिस्ट तैयार हो चुकी है। जो कि हाईकमान से मंजूरी मिलते ही विस्तार शुभ मुहूर्त में नवरात्र के आसपास कर दी जाएगी।

इस बीच दिल्ली में गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी से मुलाकात जरूर चर्चा का विषय बनी हुई है। मंत्रिमंडल का नया स्वरूप क्या होगा, इस लिहाज से ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। इस बीच ये भी खबर है कि इस बार धामी मंत्रिमंडल में सभी समीकरणों को साधते हुए हर वर्ग और जाति, क्षेत्र को जगह दी जाएगी। इसमें पंजाबी, मैदानी समेत पहाड़ी क्षेत्र शामिल किया जा सकता है।

जिससे कुछ विधायकों की लॉटरी लगनी तय है। धामी मंत्रिमंडल में नए और युवा चेहरों को जगह मिल सकती है। इस दौरान विधायकों की देहरादून पार्टी कार्यालय से लेकर दिल्ली हाईकमान तक दौड़ जारी है। कई चेहरे खुलकर तो दावेदारी नहीं कर रहे लेकिन मीडिया के सामने जनभावनाओं की बात कर रहे हैं। इसमें रूद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, नैनीताल, पिथौरागढ जैसे जिलों के विधायक शामिल हैं, जो कि कैबिनेट में अब तक जगह न मिलने और अपने जिलों का प्रतिनिधित्व करने की बात कर रहे हैं।


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