उन्होंने पांच वर्ष में 50 से अधिक सवाल पूछे जिसमें क्षेत्र व राज्य से जुड़े विषय ही अधिक रहे। केंद्र सरकार की योजनाओं को लागू करने के लिए हमेशा प्रयासरत दिखे।
सांसद निधि भी पूरी खर्च की। इस निधि के तहत स्वीकृत योजनाओं में गांव से लेकर शहरों तक शामिल है। हालांकि, पांच आदर्श गांव गोद तो लिए थे, लेकिन वहां पर अभी पूरा काम होना बाकी। बहुत-सी सुविधाएं ऐसी हैं, जिन्हें अभी ग्रामीणों को इंतजार है। सांसद रहते हुए मोदी सरकार में उन्हें रक्षा व पर्यटन जैसा महत्वपूर्ण मंत्रालय मिला। उन्हें केंद्रीय राज्यमंत्री बनाया गया।
पर्यटन के लिहाज से सांसद ने क्षेत्र में केंद्रीय योजनाओं के जरिये पर्यटन केंद्रों को विकसित करने की योजनाएं लागू करवाई हैं। जमरानी बांध जैसे लंबित मुद्दे पर उन्होंने संसद में सवाल पूछने के साथ ही लगातार पैरवी करी। परिणाम यह है कि यह परियोजना अब अंजाम तक पहुंचने को है। सांसद की अध्यक्षता वाली जिला अनुश्रवण एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में भी उपस्थित रहे। नैनीताल व ऊधम सिंह नगर दोनों जिलों में आयोजित अधिकांश बैठकों में शामिल रहे।
क्षेत्र के विकास के लिए हर दिन प्रयासरत रहा। सदन में क्षेत्र से जुड़े ज्वलंत मुद्दे उठाए और उनके समाधान का पूरा प्रयास किया। जमरानी बांध, एम्स सेटेलाइट जैसी योजना को अंजाम तक पहुंचाने के लिए जुटा रहा। मेडिकल कालेज हल्द्वानी में कैथ लैब स्थापित करने के लिए बजट की उपलब्धता कराई। इसके लिए पीएम नरेन्द्र मोदी का आभार। उन्होंने भरपूर सहयोग दिया। – अजय भट्ट, सांसद
वादे जो पूरे हुए
सांसद ने पिछले चुनाव में जनता से जमरानी बांध बनाने का वादा किया था। इसे केंद्र व राज्य कैबिनेट से स्वीकृत मिल चुकी है। साथ ही स्वास्थ्य के क्षेत्र में किच्छा में 100 एकड़ में एम्स सेटेलाइट सेंटर खोलने की स्वीकृति मिल चुकी है। पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण को स्वीकृति दिलाई गई। डा.सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में कैथ लैब के लिए बजट स्वीकृत कराया। बंगाली समाज के लिए प्रयोग होना वाला पूर्वी पाकिस्तान को सदन में उठाया और अब यह हट भी गया है। क्षेत्र में सड़कों को लेकर भी कार्य किया।
ये काम रहे अधूरे
शिक्षा को लेकर रबींद्रनाथ टैगोर विश्वभारती विश्वविद्यालय का कैंप रामगढ़ में खोलना था। इसके लिए प्रयास हुए लेकिन यह कार्य पूरा नहीं हो सका है। हल्द्वानी में अंतरराज्यीय बस अड्डा बनाने का वादा था। यह भी वैसा ही है। राज्य कैंसर संस्थान का निर्माण भी अभी तक पूरा नहीं हो सका है।
गोद लिए गांवों में अभी विकास होना बाकी
Aसांसद ने नैनीताल-ऊधम सिंह नगर क्षेत्र में पांच गांव गोद लिए थे। इसमें नैनीताल जिले के विजयनगर, पटेरी, देवीधुरा, विजयपुर देवला मल्ला, जंगलियागांव शामिल है। हालांकि अभी भी इन गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल मैदान, सामुदायिक भवन व पार्क आदि तमाम सुविधाएं ऐसी हैं जिन्हें पूरा किया जाना है।