अंबे तू है जगदम्‍बे आरती लिरिक्स): नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है। ये नौ दिन मां दुर्गा की उपासना के लिए बेहद खास माने जाते हैं।

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कहते हैं इस दौरान माता रानी अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर देती हैं। इसलिए हर कोई नवरात्रि में माता को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के उपाय करता है। लेकिन एक ऐसा सरल उपाय है जिससे मां की विशेष कृपा आप तुरंत ही प्राप्त कर लेंगे। ये उपाय है माता काली की आरती (Mata Kali Ki Aarti)। नवरात्रि के पावन दिनों में मां काली की आरती (Durga Mata Ki Aarti) करना बेहद शुभ माना जाता है। इस आरती को करने से पूजा संपूर्ण हो जाती है। यहां देखें अंबे तू है जगदम्बे काली जय दुर्गे खप्पर वाली ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती के संपूर्ण लिरिक्स (Jagdambe Mata Ki Aarti)।

प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

अम्बे तू है जगदम्बे काली आरती ल‍िर‍िक्‍स ह‍िंदी में (Ambe Tu Hai Jagdambe Kali Ki Aarti Lyrics In Hindi)

अम्बे तू है जगदम्बे काली,जय दुर्गे खप्पर वाली,

तेरे ही गुण गावें भारती,ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।

ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

तेरे भक्त जनो पर माताभीर पड़ी है भारी।

दानव दल पर टूट पड़ो माँकरके सिंह सवारी॥

सौ-सौ सिहों से बलशाली,है अष्ट भुजाओं वाली,

दुष्टों को तू ही ललकारती।

ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

माँ-बेटे का है इस जग मेंबड़ा ही निर्मल नाता।

पूत-कपूत सुने हैपर ना माता सुनी कुमाता॥

सब पे करूणा दर्शाने वाली,अमृत बरसाने वाली,

दुखियों के दुखड़े निवारती।

ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

नहीं मांगते धन और दौलत,न चांदी न सोना।

हम तो मांगें तेरे चरणों मेंछोटा सा कोना॥

सबकी बिगड़ी बनाने वाली,लाज बचाने वाली,

सतियों के सत को संवारती।

ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

चरण शरण में खड़े तुम्हारी,ले पूजा की थाली।

वरद हस्त सर पर रख दो माँसंकट हरने वाली॥

माँ भर दो भक्ति रस प्याली,अष्ट भुजाओं वाली,

भक्तों के कारज तू ही सारती।

ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥


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