उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और पूर्व काबीना मंत्री धीरेंद्र प्रताप ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अपील की है कि वे दिल्ली के 300 से भी ज्यादा चिन्ही करण से वंचित राज्य निर्माण आंदोलनकारियों को चिन्हित किए जाने हेतु तत्काल कदम उठाएं ।


हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट, रुद्रपुर
धीरेंद्र प्रताप ने आज यहां जारी एक बयान में कहा है कि यद्यपि केवल दिल्ली के ही लोग चिन्हकरण से वंचित नहीं है बल्कि मुंबई, चंडीगढ़ ,बहादुरगढ़ ,मेरठ गाजियाबाद के भी बहुत सारे राज्य निर्माण आंदोलनकारी हैं जिनका महत्वपूर्ण आंदोलन में योगदान है परंतु उन उनके तमाम प्रार्थना पत्र जिलों में पड़े हैं ।
उन्होंने न केवल दिल्ली बल्कि उत्तराखंड के तमाम जिलों में भी जो I’ll चिन्हकरण से वंचित हैं उन लोगों को तत्काल चिन्हकृत किए जाने की मांग की है और सरकार से कहा है कि अब 24 वर्ष हो चुके, काफी लंबा समय हो गया है, जिससे आंदोलनकारियों का धैर्य टूट रहा है ।
उन्होंने दिल्ली में 2 अक्टूबर को मुजफ्फरनगर कांड की याद में पहले जंतर मंतर और फिर गढ़वाल भवन में आयोजित कार्यक्रमों को दिल्ली पुलिस द्वारा आयोजित न करने के आदेश दिए जाने की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र के लिए बहुत ही दुखद है ।
उन्होंने कहा दिल्ली के राजा निर्माण आंदोलनकारी गांधीवादी शांतिपूर्ण ढंग से हर वर्ष अपने शहीदों को याद करते हैं परंतु इस वर्ष उनको इस कार्य से वंचित किया गया ।
उन्होंने इस मामले की दिल्ली के उपराज्यपाल और गृहमंत्री अमित शाह से भी जांच करने की मांग की है। और इसे उत्तराखंड आंदोलनकारी के प्रजातांत्रिक अधिकारों पर कुठाराघात बताया है।
धीरेंद्र प्रताप

