देवभूमि श्री राम धार्मिक एवं सांस्कृतिक ट्रस्ट रामलीला में हुयी श्री राम – हनुमान और सुग्रीव की मित्रता। बाली का किया वध, हनुमान पहुंचे अशोक वाटिका।

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रुड़की,अशोक नगर में देवभूमि श्री राम धार्मिक एवं सांस्कृतिक ट्रस्ट रजिस्टर्ड के तत्वाधान में चल रही रामलीला के अष्टम दिवस में मुख्य अतिथि, गौर सिंह भंडारी जी अध्यक्ष आदर्श शिवाजी नगर, जीवानंद बुडाकोटी जी एवं शिव सिंह रावत जी पूर्व अध्यक्ष शिवाजी कॉलोनी, भगत सिंह रावत जी, श्री नरेंद्र सिंह धामी अध्यक्ष विजयनगर, योगेंद्र सिंह रौथाण, संतोषी राणा अध्यक्ष विश्वनाथ कीर्तन मंडली, विश्वंभरी देवी शाकुंभरी देवी तथा कीर्तन मंडली नंबर वन कीर्ति नगर ने संयुक्त रूप से फीता काट कर किया।

हिंदुस्तान Global Times/print media,शैल ग्लोबल टाइम्स,अवतार सिंह बिष्ट,

अष्टम दिवस की लीला में, सीता की खोज में चलते-चलते राम और लक्ष्मण ऋषि मूक पर्वत पहुंच जाते हैं, जहां सुग्रीव, हनुमान और बानरो के साथ, अपने भाई बाली के डर की वजह से छुपा हुआ है। सुग्रीव, हनुमान को वनवासियों का परिचय लेने के लिए कहते हैं, राम और हनुमान जब एक दूसरे को अपना परिचय देते हैं। तो प्रभु राम के दर्शन पाकर हनुमान खुशी से उछल पड़ते हैं और नाचने गाने लगते हैं। सुग्रीव का परिचय जानने के बाद राम उसके भाई बाली को उसके कर्मों की सजा दिलाने का वचन देते हैं।
बाली का वध हो जाता है और फिर होती है सीता की खोज, सीता की खोज में सर्वप्रथम हनुमान जी को लंका भेजा जाता है जो माता सीता को अपना परिचय देते हुए राम द्वारा दी हुई अंगूठी दिखाकर उनका विश्वास जीतते हैं। सीता हनुमान से कहती है, अगर प्रभु राम मुझे जल्दी नहीं लेकर गए तो वह अपने प्राण गंवा देगी। वचन देकर हनुमान माता श्री अशोक वाटिका में लगे फल खाने की इच्छा जताते हैं।
लीला में अशोक वाटिका के लिए फलों का प्रबंध अमित राणा जी के सहयोग से हुआ जिसको प्रसाद के रूप में सभी सारी जनता को बांटा गया। साथ-साथ ही ठाकुर सिंह जी द्वारा पूरी रामलीला कमेटी को पोते के जन्मदिन पर रात्रि भोज में आमंत्रित किया गया इसी के साथ अष्टम दिवस की लीला का पटाक्षेप हो जाता है।
इस अवसर पर, संरक्षक राजेंद्र सिंह रावत उद्घोषक सुदर्शन डोबरियाल, मुकेश बिष्ट तीरथ सिंह आनंद सिंह रावत मेकअप, गोपाल दत्त मैदोला, बलवीर सिंह रावत, त्रिलोक सिंह रावत, राजेंद्र सिंह रावत, डॉ बलबीर सिंह गुसाईं, जसराम ढौंडियाल, जगदीश खडायत। चंद्र मोहन कुलश्री, आशा खन्करियाल , रजनी कुलाश्री, हेमंत बड़थ्वाल, मातवर सिंह नेगी, पार्वती रावत पार्वती नेगी गीता बिष्ट , सुनीता कुमाई हितेश केशव पोखरियाल, अनूप ,प्रिया , सृष्टि, मनीषा सौरभ आयुष विनोद जगवाल सुरेंद्र सिंह बिष्ट, कुंवर सिंह चौधरी, सहित सैकड़ो लोग मौजूद थे।


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