धन-वैभव, मान-सम्मान, ऐश्वर्य के कारक शुक्र एक निश्चित अवधि के बाद राशि के साथ-साथ नक्षत्र परिवर्तन भी करते है जिसका असर 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से अवश्य पड़ता है।

Spread the love

दैत्यों के गुरु शुक्र 1 फरवरी को सुबह 8 बजकर 37 मिनट पर उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे। आकाश मंडल के का 26वां नक्षत्र इसे माना जाता है जिसका स्वामी शनि देव है। शुक्र के शनि के नक्षत्र में जाने से कुछ राशि के जातकों को बंपर लाभ मिल सकता है। आइए जानते हैं किन राशियों की चमकने वाली है किस्मत…

मीन राशि (Meen Zodiac)

मीन राशि के जातकों के लिए उत्तराभाद्रपद नक्षत्र काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। शुक्र उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करके इस राशि के लग्न भाव में रहेंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को स्वास्थ्य अच्छा रहने वाला है। इस राशि के जातकों को व्यक्तित्व में अच्छा खासा बदलाव देखने को मिलने वाला है। सोशल मीडिया से जुड़े कंटेंट बनाने वाले जातकों को खूब लाभ मिल सकता है। समाज में मान-सम्मान की वृद्धि हो सकती है। सुख-सुविधाओं की तेजी से वृद्धि हो सकती है। आपकी इच्छा शक्ति मजबूत हो सकती है।

प्रिंट मीडिया, शैल ग्लोबल टाइम्स/ हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स/संपादक उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी, अवतार सिंह बिष्ट रुद्रपुर, (उत्तराखंड)

कुंभ राशि (Kumbha Zodiac)

इस राशि में शुक्र दूसरे भाव यानी धन के भाव में रहने वाले हैं। ऐसे में इस राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति अच्छी रहने वाली है। इसके साथ ही जीवन में खुशियां ही खुशियां आ सकती है। धन कमाने के कई नए अवसर मिल सकते हैं। माता-पिता के माध्यम से भी आपको खूब लाभ मिल सकता है। भाग्य का पूरा साथ मिलने वाला है। वाणी के कौशल से आप कई क्षेत्रों में लाभ मिल सकता है। परिवार और दोस्तों के साथ अच्छा वक्त बीतेगा। जीवन में सुकून आने वाला है।

धनु राशि (Dhanu Zodiac)

इस राशि के जातकों के जीवन में खुशियां ही खुशियां आ सकती है। इस राशि के जातकों को समाज में मान-सम्मान की वृद्धि होने वाली है। आर्किटेक्ट, इंटीरियर डिजाइन, कार की सेल्स-खरीद या फिर रियल एस्टेट से जुड़े क्षेत्रों में आपको काफी लाभ मिल सकता है। दोस्तों और परिवार के साथ अच्छा वक्त बीत सकता है। इसके साथ ही भौतिक सुखों की प्राप्ति हो सकती है। माता के साथ अच्छा वक्त बीता पाएंगे।

कर्मफलदाता शनि जातकों को उनके कर्मों के हिसाब से फल या फिर दंड देते हैं। शनि एकलौता ग्रह है जो सबसे धीमी गति से चलते हैं। शनि 30 साल बाद राशि, तो वहीं 27 साल बाद नक्षत्र परिवर्तन करते हैं जिसका असर 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से अवश्य पड़ता है। ऐसे ही शनि बसंत पंचमी के दिन गुरु के नक्षत्र पूर्वा भाद्रपद के दूसरे पद में प्रवेश करने वाले हैं। शनि की इस स्थिति पर बदलाव का असर इन तीन राशियों पर सबसे अधिक पड़ने वाला है। जानें इन राशियों के बारे में


Spread the love