


इन मामलों में 1126 मामले सिर्फ रेप से जुड़े हुए हैं.


एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, बीते वर्ष नाबालिगों के खिलाफ जहां रेप के 1126 मामले दर्ज किए गए, वहीं रेप की कोशिश के करीब 29 मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं, अप्राकृतिक यौनाचार के जुड़े 77 मामले भी नाबालिगों के खिलाफ दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा, महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से उन पर हमले के 874 मामले नाबालिगों पर दर्ज किए गए थे
हिंदुस्तान ग्लोबल टाइम्स, अवतार सिंह बिष्ट ,रूद्रपुर उत्तराखंड
एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि महिलाओं पर हमले के 467, शारीरिक उत्पीड़न के 198, पब्लिक ट्रांसपोर्ट में छेड़खानी के 24, शेल्टर होम में महिलाओं के छेड़खानी के 2, अन्य जगहों पर छेड़खानी के 172 मामले नाबालिगों के खिलाफ दर्ज किए गए थे. वहीं, तांक-झांक के 43, पीछा करने के 154, जबरन शादी करने के इरादे से महिलाओं का अपहरण करने के 345 मामले दर्ज किए गए थे.

