

यहां से रवाना होने के बाद बीच रास्ते में ठगी का पता चल पाया। फिर दो दिन बाद हरिद्वार पहुंचकर जीआरपी थाने में तहरीर दी। दोनों आरोपी सीसीटीवी में कैद हुए हैं। घटनास्थल बस अड्डा का हवाला देते हुए जीआरपी मामले को शहर कोतवाली में ट्रांसफर करने की तैयारी में है।
अशोक अरोड़ा निवासी पलवल हरियाणा शनिवार को अपनी पत्नी पूनम अरोड़ा गंगा स्नान के लिए हरिद्वार आए थे। यहां से रविवार को वापस जाने के लिए रोडवेज बस अड्डे पर पहुंचे तो गेट नंबर दो शख्स मिले। एक ने यात्री तो दूसरे ने टैक्सी चालक बनकर बातों में उलझा लिया। आरोप है कि टैक्सी में दिल्ली तक छोड़ने का झांसा देते हुए दोनों को सम्मोहित कर लिया। जैसा-जैसा दोनों कहते गए दंपती वैसा करते गए। रेलवे स्टेशन पर पार्किंग में ले गए।
आरोप है कि दोनों ने डर दिखाकर अंगूठी-कड़ा निकालकर अलग से रखने की बात कही। एक बॉक्स देकर एक सोने का कड़ा, तीन सोने की अंगूठी उसमें रखवा दी। बॉक्स को बदलकर दूसरा उन्हें थमा दिया। फिर गेट नंबर दो पर गाड़ी लेकर आने की बात कहकर भेज दिया। लेकिन यहां से अशोक अपनी पत्नी के साथ बस में बैठकर चले गए। बस में बॉक्स खोलने पर एक आर्टिफिशयल कड़ा और दो पत्थर निकले तो ठगी का पता चला। इसके बाद मंगलवार को हरिद्वार आकर जीआरपी थाने में तहरीर दी। जीआरपी थाना प्रभारी अनुज सिंह ने बताया कि तहरीर मिल गई, लेकिन मुख्य घटनास्थल बस अड्डा है। मामले को नगर कोतवाली ट्रांसफर किया जाएगा।




